Story of Khalifa Haroon Rashid and Baba Abdullah book and story is written by Smile Smile in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Story of Khalifa Haroon Rashid and Baba Abdullah is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
खलीफा हारूँ रशीद और बाबा अब्दुल्ला की कहानी
Smile Smile द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां
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विवरण
दुनियाजाद के प्रस्ताव और शहरयार की अनुमति से नई कहानी प्रारंभ करते हुए शहरजाद ने कहा कि कभी-कभी आदमी का चित्त प्रसन्न होता है और उसकी कोई साफ वजह भी नहीं होती। ऐसी स्थिति भी होती है जब आदमी खुश तो होता है लेकिन हजार सोचने पर भी उसकी समझ में नहीं आता कि खुशी क्यों हो रही है। ऐसी ही बात कभी-कभी चिंता और उद्विग्नता के बारे में भी होती है कि समझ में नहीं आता कि किस बात की चिंता है। खलीफा हारूँ रशीद एक दिन अपने महल में यूँ ही उदास बैठा था और उदासी का कोई
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