शबनम मौसी फ़िल्म को हम महज मनोरंजन के लिए नही देख सकते। यह फ़िल्म दिमाग को झंझोड़ने में सक्षम ...
मेरी नज़र से ...
भूख*** आज पिताजी का श्राद्ध है, हर साल की ...
अंदाज ...
"आज आपकी पुण्यतिथि,फिर वही रिश्तेदारों के फोन,वही गम में शरीक होने के ढोंग,थक चुकी हूँ इन सबसे अब ये ...
रास्ते भर भैया और ममता चुपचाप रहे। दोनो को कुछ सूझ ही नही रहा था कि बात करें भी ...
ममता के मन में शांति थी कि चलो कुछ ज्यादा हंगामा नहीं हुआ था। बड़े भैया के सामने बात ...
चाय खत्म होते ही देविका ने ट्रे उठाकर उठाई और बिना कुछ कहे ही कमरे से चली गयी लेकिन ...
दोनो ही काफी देर तक एक दूसरे के गले लगी खड़ी रही। अंततः ममता ने ही देविका को खुद ...
ममता की बात सुनकर देविका ने हामी भरते हुए गर्दन भी हिला दी। अनुराग से रहा नही गया और पूछ ...