Dr. Pruthvi Gohel stories download free PDF

तमस ज्योति - 60 (अंतिम भाग)

by Pruthvi Gohel
  • 603

प्रकरण - ६०स्टूडियो में बैठे रोशनकुमारने कहा, "अपनी आंखों की रोशनी वापस आने से मैं उस दिन बहुत ही ...

तमस ज्योति - 59

by Pruthvi Gohel
  • 594

प्रकरण - ५९मुझे अब ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। मैं ऑपरेशन थियेटर में कुछ भी नहीं देख सकता ...

तमस ज्योति - 58

by Pruthvi Gohel
  • 633

प्रकरण - ५८जैसे ही मैंने फातिमा के कदमों की आहट सुनी, मैंने फातिमा को अपने पास बुलाया और कहा, ...

तमस ज्योति - 57

by Pruthvi Gohel
  • 684

प्रकरण - ५७दिवाली का त्यौहार आया,ढेर सारी खुशियाँ लेकर आया।नई उम्मीदें लेकर आया,तिमिरपंथ पे ज्योति लेकर आया।अब दिवाली का ...

तमस ज्योति - 56

by Pruthvi Gohel
  • 606

प्रकरण - ५६वक्त कहां बीत जाता है, कुछ पता ही नहीं चलता। देखते ही देखते तो दिवाली का समय ...

तमस ज्योति - 55

by Pruthvi Gohel
  • 615

प्रकरण - ५५दर्शिनी और समीर की सगाई तय करने के बाद, जब सभी लोग अपने-अपने काम पर चले गए ...

तमस ज्योति - 54

by Pruthvi Gohel
  • 780

प्रकरण - ५४मुझे एवॉर्ड मिलने की खुशी में मेरे परिवारने मुझे एक सर्प्राइज पार्टी दी थी। हम सभी उस ...

तमस ज्योति - 53

by Pruthvi Gohel
  • 666

प्रकरण - ५३मैं और फातिमा अभी तो रईश के बारे में बात ही कर ही रहे थे कि रईश ...

तमस ज्योति - 52

by Pruthvi Gohel
  • 711

प्रकरण - ५२मैं और फातिमा मुंबई में अवॉर्ड समारोह में आ पहुंचे थे। अब ये अवॉर्ड फंक्शन जल्द ही ...

तमस ज्योति - 51

by Pruthvi Gohel
  • 651

प्रकरण - ५१मेरे मम्मी पापा अब हमारे साथ अहमदाबाद में रहने आ गये थे। मेरा पूरा परिवार अब एक ...