कहते हैं की कोई शायर कल्पनाओं के बिना, एक बेहतर शायर नहीं हो सकता , ...
दोस्तों !..आज मैं जिंदगी के उस दोहराहे पर खड़ा हूँ जहां मेरे लिए यह तय कर पाना संभव ...
....दोस्तों ! मैं स्वयं प्रकाश मिश्र ग्राम: माल जिला लखनऊ से हूं ...मैं आपके समक्ष अपनी पहली पुस्तक ...