कंचन अम्मा किसने बनायी चले जाने की रीत रे....दुःख चले साथ साथ सुख चले पीछे रे....गीत के कितने गहरे ...
IKEA जैसा कि मैंने कहा यह एक कहानी नहीं बल्कि एक किस्सा है और किस्सों से ही तो कहानियाँ ...
एक और सितारा खो गया। अभी उम्र ही क्या थी उसकी अभी जीवन चलना शुरू ही हुआ था। अभी ...
न जाने मैं कहाँ हूँ मुझे कुछ समझ नही आ रहा है शायद किसी बस या ट्रैन की खिड़की ...
सरकारी स्कूल के बच्चों को मोबाइल के लिए लड़ते देख विज्ञान के मास्टर जी बोले चलो बच्चों आज हम ...
धीरे-धीरे दिन हफ्ते महीने बीत चले है। अब साल खत्म होने को है। जैसे-जैसे परीक्षा का समय निकट आ ...
यह कहानी एक स्त्री की कहानी है। वह स्त्री जो अपने घर परिवार के लिए अपना सारा जीवन होम ...
★~आंखों की भूख~★ यह तो सबको पता ही है कि भूख क्या होती है। लेकिन मेरी नज़र में भूख ...