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इंतेक़ाम - भाग 25

by Mamta Meena
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रोमी के बोले शब्द विजय के दिमाग में घूम रहे थे आज वह अकेले में बैठ कर बहुत रोया ...

इंतेक़ाम - भाग 24

by Mamta Meena
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सुनील दत्त के मुंह से यह बात निशा की आंखों में आंसू निकल आए,,,,यह देखकर सुनील दत्त बोले अरे ...

इंतेक़ाम - भाग 23

by Mamta Meena
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विजय ने अपनी मां के लिए एक नौकरानी लगा दी जो उसके घर का सारा काम कर सके, वह ...

इंतेक़ाम - भाग 22

by Mamta Meena
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निशा दूसरे दिन सन्नू के साथ जो सुनील दत्त ने उसे कार्ड दिया था उस कार्ड पर लिखे पते ...

इंतेक़ाम - भाग 21

by Mamta Meena
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अब तक आपने पढ़ा कि बंगले के आगे एक गाड़ी आकर रूकती है उसमें से एक सूट बूट पहने ...

इंतेक़ाम - भाग 20

by Mamta Meena
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1 दिन निशा की बेटी गुनगुन निशा के पास आई और बोली मम्मा हमारी स्कूल में छोटे बच्चों का ...

इंतेक़ाम - भाग 19

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अबउसे वह दृश्य याद कर बार-बार रोना आ रहा था और अपनी किस्मत पर गुस्सा आ रहा था वह ...

इंतेक़ाम - भाग 18

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निशा को रहने का ठिकाना तो मिल गया था लेकिन अब उसे काम की चिंता थी, इसलिए काम की ...

इंतेक़ाम - भाग 17

by Mamta Meena
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निशा अपना ससुराल छोड़कर और अपने बच्चों को लेकर घर से आ तो गई लेकिन उसे यह चिंता सता ...

इंतेक़ाम - भाग 16

by Mamta Meena
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तब रोमिं बोली बंद कर अपनी यह बकवास और हां तुम्हारी यह मनहूस सूरत आइंदा हमें कभी मत दिखाना ...