मैंनें सुना है कि लाला जगजीवनदास यहां आए हैं लाला मदनमोहननें पूछा. नहीं इस्समय तो नहीं आए आपको ...
लाला मदनमोहन बड़े आश्चर्य मैं थे कि क्या भेद है जगजीवनदास यहां इस्समय कहां सै आए ? और आए ...
सन्ध्या का समय है कचहरी के सब लोग अपना काम बन्द करके घर को चलते जाते हैं. सूर्य के ...
लाला ब्रजकिशोर बाहर पहुँचे तो उन्को कचहरी सै कुछ दूर भीड़ भाड़सै अलग वृक्षों की छाया मैं एक सेजगाड़ी ...
लाला ब्रजकिशोर नें अदालत मैं पहुँचकर हरकिशोर के मुकद्दमे मैं बहुत अच्छी तरह बिबाद किया. निहालचंद आदि के छोटे, ...
लाला ब्रजकिशोर के गये पीछे मदनमोहन की फ़िर वही दशा हो गई. दिन पहाड़ सा मालूम होनें लगा. खास ...
दूसरे दिन सवेरे लाला मदनमोहन नित्य कृत्य सै निबटकर अपनें कमरे मैं इकल्ले बैठे थे. मन मुर्झा रहा था ...
लाला मदनमोहन मकान पर पहुँचे उस्समय ब्रजकिशोर वहां मौजूद थे. लाला ब्रजकिशोर नें अदालत का सब वृत्तान्त कहा. उस्मैं मदनमोहन, ...
आज तो लाला ब्रजकिशोर की बातोंमैं लाला मदनमोहन की बात ही भूल गये थे ! लाला मदनमोहन के मकान पर ...
अदालत में हाकिम कुर्सीपर बैठे इज्लास कर रहे हैं. सब अहलकार अपनी, अपनी जगह बैठे हैं निहालचंद मोदी का ...