क्या वह संजना को भी उसी नफरत की आग में झोंक सकता है?वह पलटा और फिर से खिड़की की ...
अधूरी नफ़रत और अनचाहा खिंचावबारिश अब पूरी तरह थम चुकी थी, लेकिन आसमान में बादल अब भी बिखरे थे, ...
विराने में एक बंद घरहर्षवर्धन की कार घने अंधेरे में सड़क पर तेज़ी से दौड़ रही थी। चारों ओर ...
पिज़्ज़ा पार्लर में रोमांटिक मुलाकातशाम का वक्त था। हल्की-हल्की ठंडक थी, लेकिन हवा में एक अलग सी मिठास घुली ...
रिश्तों का छलावादीवार पर लगी घड़ी की सुइयाँ जैसे-जैसे आगे बढ़ रही थीं, वैसे-वैसे महेश चाचा का गुस्सा भी ...
रास्ते में हल्की बातचीतकार धीरे-धीरे सुनसान सड़कों पर दौड़ने लगी। अंदर हल्का मद्धम सा म्यूजिक बज रहा था, जो ...
वे हंस पड़ीं। कुछ ही मिनटों में वेटर ने उनका आर्डर टेबल पर रख दिया—ठंडी, झागदार कॉफी और मसालेदार ...
क्लासरूम में टेस्ट – प्रोफेसर मिश्रा की चुनौतीसमीरा और रिया क्लासरूम में पहुंचीं, तो वहाँ हलचल मची हुई थी। ...
बुकशॉप के बाहर—एक नया मोड़समीरा ने झेंपकर सिर झुका लिया, और दानिश की मुस्कुराहट गहरी हो गई। वह जानता ...
उसकी निगाहें फोन पर टिकी थीं। आखिरकार, उसने हार मान ली।"बस… अब और नहीं! मैं खुद उसे फोन करता ...