3. पहली मुलाकात"मीरा, तुम आज late कैसे हो सकती हो? तुम्हें पता था ना आज donation के लिए कोई ...
2. उसकी नज़रघर आई, देखा वो खाना जो ठंडा हो गया है, जो मैंने प्यार से शिवा के लिए ...
1. अलग-अलग दुनियांयह दुनिया शायद सिर्फ ताकत से चलती है, और मैं इतनी ताकतवर नहीं हूं। कुछ लोग है ...
सुबह (थोड़ी ताज़गी भरी आवाज़ में):"नमस्ते शाम! मैं फिर से दुनिया को नई उम्मीदों के साथ जगाने आई हूँ।"शाम ...
अध्याय (1) मिट्टी में खेलती गुड़ियामैंने माँ को पहली बार तब नहीं देखा जब मैं पैदा हुई,बल्कि तब, जब ...
एक शाम, जवानी थक कर एक बेंच पर बैठी थी…मोबाइल हाथ में था, नोटिफिकेशन ऑन, लेकिन मन ऑफ।एक अजीब ...