मीतू अपनी धुन में सड़क के किनारे जल्दी जल्दी आगे बढ़ी जा रही थी , आंखो पर गहरा काला ...
अगले दिन राकेश सुबह सुबह गांव घूमने निकल पड़ा कोशिश थी कोई तो ऐसा होगा जो सुलोचना के बारे ...
वैसे तो राकेश लगभग हर साल गर्मी की छुट्टियों में नानी के घर मिर्जापुर जाता था पर इस बार ...
आज नीरज के नये स्कुल का पहला दिन था उन्नाव से पिता जी का ट्रांसफर कानपूर हो जाने से ...