आदमकद शीशे में तरन्नुम ने खुद को सिर से पैर तक निहारा, फिर सधे हाथों से आंखों में सुरमा ...
“बहुत अच्छा गाती हैं आप!” मैंने कहा तो वान्या मुस्करा दी, “धन्यवाद, मुझे संगीत बहुत प्रिय है।” अबकी बार मैं ...