एक भूखे पेट की अमर वाणी, एक अनदेखे कवि की अमूल्य कहानी यह कविता उस भाव की पुकार है ...
"मैं पंछी तेरे आँगन की" एक अत्यंत भावनात्मक रचना है, जो एक बेटी की अंतरात्मा से निकली उस गूंज ...
माँ की ममता, माँ की पूजा, माँ ही जीवन सार है, उसके आँचल में ही बसी, सृष्टि की हर ...