--- अध्याय 1: पहली मुलाक़ातबारिश की बूंदें गिर रही थीं जैसे आसमान भी किसी अधूरी मोहब्बत का मातम मना ...
️ मोहब्बत के अधूरे सफ़रअध्याय 1: पहली मुलाक़ातवो ठंडी सी शाम थी। आसमान पर सूरज धीरे-धीरे डूब रहा था ...