Gujarati Whatsapp Status | Hindi Whatsapp Status
ધબકાર...

લાગણીઓનું ઝરણું વહેતું અટકાયુ જયારે, આંખોમાંથી અમી સારી પડ્યા હતા ત્યારે. ધબકાર...

Mamta Meena

उठती ही नहीं निगाहें किसी और की तरफ, एक शख्स के लिए मेरा इश्क मुझे इस तरह पाबंद कर गया । - Mamta Meena

Shweta Gupta

ठहरना वही, जहां रूह मुस्कुरा दे ! - Shweta Gupta

Amreen Khan

ज़िंदगी… जितनी लंबी लगे, उतनी ही छोटी भी है। कभी हम सफ़र में इतने खो जाते हैं कि मुस्कुराना भूल जाते हैं। कभी हालात हमें इतना झकझोर देते हैं कि लगता है जैसे खुश रहना अब हमारी किस्मत में नहीं। लेकिन सच तो ये है कि खुशी कोई किस्मत का खेल नहीं—ये हमारे दिल का फैसला है। कुछ लोग होते हैं न? जो टूटी हुई चीज़ें जोड़ लेते हैं, टूटी बातों को हंसी में बदल लेते हैं, और दुखों को ऐसा फेंक आते हैं जैसे किसी पुराने कपड़े की जेब में पड़ा कागज़ हो। ऐसे लोग जान लेते हैं कि जिंदगी चाहे जितनी कठिन हो जाए… हंसना नहीं छोड़ना चाहिए। — 🌿 1. खुश रहना हालात का नहीं, नज़रिये का खेल है हर किसी की जिंदगी में संघर्ष होते हैं— किसी के पैसे की चिंता, किसी के रिश्तों की उलझनें, किसी के दिल की थकान, किसी की उम्मीदों का दबाव। लेकिन फर्क सिर्फ इतना होता है कि कुछ लोग इन ग़मों को अपने चेहरे पर ले आते हैं, और कुछ लोग इन्हीं ग़मों को अपने हौसले के पीछे छुपा लेते हैं। ये लोग जानते हैं कि— “दुनिया आँसू देखने में नहीं, मुस्कान देखने में ज़्यादा दिलचस्पी रखती है।” — ✨ 2. हँसी… हमारी दवा भी, हमारी ढाल भी वैज्ञानिक तौर पर भी हँसी एक therapy है— ये दिल को हल्का करती है, सोच को दुरुस्त करती है, और अंदर का डर कम करती है। लेकिन दिल की भाषा में कहें तो— हँसी वो रोशनी है, जो परेशानियों के अंधेरे को चीर देती है। कभी-कभी किसी का छोटा सा मज़ाक, किसी दोस्त की हंसी, या खुद अपनी बोली हुई कोई मज़ेदार line— किसी पूरे दिन को खूबसूरत बना देती है। — ☀️ 3. जिंदगी वही है, जो आप उसे बनाते हो सोचिए… अगर हम हर चीज़ दिल पर ले लें, हर बात का जवाब दें, हर इंसान से उम्मीदें रखें— तो हम खुद को ही थका देंगे। हल्का रहना एक कला है। छोड़ देना भी एक हुनर है। और हँसते रहना… सबसे बड़ा साहस है। क्योंकि जो इंसान हँस सकता है, वही जिंदगी को जीत सकता है। — 🌸 4. Hasi-Mazak रिश्तों में चिंगारी जगा देता है घर वही होता है जो आवाज़ों से भरा हो— हँसी की आवाज़, चुटकुलों की आवाज़, कभी किसी की नोक-झोंक, कभी किसी का प्यार भरा तंज़। जब लोग एक-दूसरे के सामने सहज हो जाते हैं, मज़ाक करते हैं, खुलकर बातें करते हैं— तो रिश्तों में ठंडक नहीं, गर्माहट आती है। याद रखिए— रिश्ते तकरार से नहीं टूटते, पर चुप्पी से जरूर टूट जाते हैं। इसलिए थोड़ा हंसिए, थोड़ा चिढ़ाइए, थोड़ा मज़ाक करिए— रिश्ता खिल उठेगा। — 🌙 5. जब हालात बिगड़ें, तब मुस्कुराना ज़्यादा ज़रूरी होता है जिंदगी में कुछ पल ऐसे आते हैं जब अकेलापन घेर लेता है। ऐसे समय में हँसना कोई नाटक नहीं, बल्कि खुद को ज़िंदा रखने का तरीका है। ये वही हँसी है जो कहती है— “हाँ, मैं टूट रही हूँ, लेकिन हार नहीं मान रही।” यह हँसी आपको अंदर से मजबूत बनाती है। आपको दोबारा उठने की ताकत देती है। — 🌼 6. खुद को खुश रखने की जिम्मेदारी खुद उठाइए कोई और आकर आपको खुश कर दे— ये ख्वाब है। आप खुद को खुश रख सकते हैं— ये हकीकत है। थोड़ा अकेले में अपने साथ बैठिए, थोड़ी बात अपने दिल से करिए, थोड़ी बात खुद को समझाइए, थोड़ी चीज़ें खुद के लिए कीजिए। और फिर देखिए— आपका अपना दिल ही आपका सबसे बड़ा साथी बन जाएगा। — 🌟 7. Conclusion: मुस्कान कोई छोटी चीज़ नहीं—ये आपकी ताकत है याद रखिए— मुस्कान खर्च नहीं होती, पर बहुत कुछ बचा लेती है। हँसी छोटी लगती है, पर दिल बड़ा कर देती है। खुशमिजाज़ रहना आसान नहीं, पर यही आपको दूसरों से अलग, खूबसूरत और मजबूत बनाता है। जिंदगी आपको कभी-कभी रुलाएगी… पर आप उसे बार-बार हंसकर हरा सकते हैं। इसलिए— हँसते रहिए, मुस्कुराते रहिए, और अपनी रोशनी को कभी मंद मत पड़ने दीजिए। क्योंकि दुनिया को आपकी मुस्कान की ज़रूरत है। 🌼✨

વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ.

" હું ને મારો પડછાયો " આજ અમે ખુલીને મળ્યા, હું ને મારો પડછાયો. ખૂબ પછી વાતોએ ચડ્યા, હું ને મારો પડછાયો. ટેકો આપ્યો'તો જેને, એ જ હટી ગયાં ખરા સમયે, છતાં પણ કદી ન કોઈને નડ્યા, હું ને મારો પડછાયો. ચોમેર છે આજકાલ, ભીડભાડ શહેરની સડકો પર, ને, એમાંય એકલાં જ ભટક્યા, હું ને મારો પડછાયો. ખીલી ઊઠ્યાં જુવો, હર બાગબાન શરદની મોસમમાં, લ્યો પાનખર માફક ખરી પડ્યા, હું ને મારો પડછાયો. છૂટતાં રહ્યાં છે એક પછી એક સબંધ અને સંગાથી, અંત વેળા પણ સાથે જ રહ્યા, હું ને મારો પડછાયો. ✍... વિનોદ. મો. સોલંકી "વ્યોમ" જેટકો (જીઈબી), મુ. રાપર

Vibhuti Desai

વિશ્વ પુરુષ દિનની શુભેચ્છા નારીની આંખમાં નમી, મળતી સૌની સહાનુભુતિ ! પુરુષની આંખમાં અમી, સૌથી રહેતી અજાણી ! પુરુષ કેરો પુરુષાર્થ, ઢંકાયો કર્તવ્ય પાછળ! નર-નારી રહે હળીમળી જીવનરથ સ્વર્ગ કેરી કેડી🌹! વિભૂતિ દેસાઈ ઘાસવાલા બિલીમોરા.

Tr. Mrs. Snehal Jani

💐💐💐

manshi

instead of changing people 1000times , change your self one time

Soni shakya

""तेरे चंद लम्हों की चाह में मैंने , तमाम रातें जागकर गुजार दी "" - Soni shakya

JIGAR RAMAVAT

🇮🇳 ભારત – મારું દેશ ભારત મારી માતૃભૂમિ, રંગોથી ભરેલું દેશ, વિવિધતા માં એકતા, એ આપણું સચ્ચું વેશ. હિમાલય ઊંચો રક્ષા કરે, સાગર ગાવે ગીત, ખેતોની લીલીછમ સુગંધથી ભરાઈ જાય પ્રીત. સૈનિકોની હિંમતથી ઝળહળે દેશનો અભિમાન, વિદ્વાનોની બુદ્ધિથી ચમકે ભારતનો પરિચય મહાન. તેજ અને સંસ્કૃતિથી ભરેલો આ દેશ અનોખો, જય ભારત, જય ભારત—સદા અખંડ, સદા પ્રબળ, સદા થોડો રોકો

Manvi Chaudhary

शिव अगर आकाश है… तो शक्ति उसकी उड़ान है, एक सन्नाटा है… एक उसके भीतर की तान है। ना ये दो हैं, ना एक — ये तो बस अनुभव है, जिसे शब्द छू ना पाएं… वो ही असल उपनिषद है। शिव थमे तो समय रुक जाए, शक्ति उठे तो सृष्टि चले, एक में घर है सारा ब्रह्मांड… एक से सब पल पल ढले। जो इस मिलन को महसूस करे… उसका सांस भी बदल जाता है, हर धड़कन में ‘सोऽहम’ बजता है… हर श्वास शिव कहलाता है। यही है अद्वैत — जहां ‘मैं’ का अंत है, और ‘हम’ की शुरुआत…

Manvi Chaudhary

वो दो नहीं — एक ही धड़कन का दो रूप हैं, एक मौन में तपता है, एक लहर बन के रूप है। शिव है ठहराव, शक्ति है प्रवाह की धारा, एक सुनसान जंगल, एक पंखों वाली हवा सारा। शिव बिना शक्ति — बस शून्य का एक राज है, शक्ति बिना शिव — अनंत पर भी एक तलाश है। जब दोनों एक होकर ‘मैं’ को मिटा देते हैं, तभी साधक के भीतर सचमुच शिव प्रकट होते हैं। ये मिलन बाहर नहीं — भीतर की जागृति है, शिवशक्ति ही जीवन की असली मुक्ति है…

Nisha ankahi

इजाज़त माँगने का दिल तो नहीं करता, तू ही बता, तेरे दिल तक जाने का कोई और रास्ता है क्या? - Nisha ankahi

Nitesh pratap singh

मेरी प्यारी मम्मी I सबसे प्यारी मेरी मम्मी II प्यार वो करती मुझसे बहुत I पर रहे नही पाता में उनके बिना II खाने में बनाती हैं मेरे पसंद का I और खिलाती हैं मुझे अपने प्यारे प्यारे हाथो से हाथो के स्पर्श से एक निवाल लगता है I अमृत के समान II मेरी प्यारी मम्मी I सबसे प्यारी मेरी मम्मी II मम्मी है तो घर में सुख समृद्धि है I और है ढेर सारा प्रेम II मम्मी का कहना कैसे में टालू I उनकी ममता के सामने नही चलती मेरी कोइ बात II माँ पार्वती सा असीम प्यार उसमें I सरस्वती सी प्यारी बाणी II करती है मुझसे हिमालय जैसा विशाल और असीम प्रेम II मेरी प्यारी मम्मी I सबसे प्यारी मेरी मम्मी II नीतेश प्रताप सिंह ♥️✨

Musica

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Sudhir Srivastava

समय को इज़्ज़त दीजिए ********** समय-समय की बात है, जो अक्सर हम लोगों से सुनते और खुद भी कहते रहते हैं, पर समय को अहमियत अपने अनुकूल समय में ही देते हैं, प्रतिकूल समय में तो समय को जी भर कर कोसते हैं। कभी विचार किया है कि क्या अनुकूल समय आपके साथ रहने और खुशियांँ देने ही आया है, और वो आपको छोड़कर नहीं जाएगा, या प्रतिकूल समय सिर्फ दुख देने आया है और आपके साथ कुण्डली मार कर आपका हमसफर बन सदा के लिए साथ रह जाएगा? ऐसा तो कभी भी नहीं होता जो आया है, उसका जाना निश्चित है। कोई भी समय हो, उसको भी जाना ही है यही हाल सुख-दुख का है, दोनों में एक भी जीवन भर साथ नहीं देता है। फिर भी हम दोहरा मापदंड अपनाते हैं, क्योंकि हम सब समय की गति को समझना ही कब चाहते हैं? दोष देने के लिए समय और ईश्वर को सबसे अनुकूल और सरल पाते हैं, फिर भी समय को अनुकूल-प्रतिकूल के तराजू में तौलने से कहाँ बाज नहीं आते हैं? बेवजह समय की गति को हम पकड़ना चाहते हैं खुद को सिर्फ गुमराह करते हैं। वर्तमान समय भी चला ही जायेगा आने वाला समय का पहिया भी घूम जायेगा, फिर आपका हँसना रोने में और रोना हँसी में बदल जायेगा। अच्छा है वर्तमान समय को स्वीकार कीजिए खुश रहने के साथ समय को इज़्ज़त दीजिए, इससे आपका कुछ चला भी नहीं जायेगा पर समय को देखने का नजरिया जरुर बदल जाएगा, तब आपके साथ आपका हर समय भी मुस्करायेगा, और समय आपका हमसफर बन साथ निभाएगा। सुधीर श्रीवास्तव

Sudhir Srivastava

भाड़ में जाओ ****** जीवन में कुछ करना और सफलता के शिखर पर चढ़ना है, तो मेरी तरह समझदार बनिये समय के साथ चलना सीखिए, समय परिस्थिति के अनुरूप ढलना सीखिए और तो और गिरगिट की तरह रंग बदलना सीखिए। क्योंकि तब आप कुछ नहीं कर पायेंगे, भूखे-प्यासे ही बेमौत मर जायेंगे, अड़ोसी-पड़ोसी की बात तो छोड़िए आपके अपने ही किसी काम नहीं आयेंगे। सब आपको ताने देंगे, दुत्कारेंगे आपसे अपने रिश्ते को सख्ती से नकारेंगे, धक्के मार- मारकर भगायेंगे, आइना दिखाएंगे पर भूख मिटाने के लिए आपको दो सूखी रोटी भी मुँह पर नहीं मार पाएंगे। अब आपको सोचना है सिर्फ बेवकूफी वाले काम ही करना है या समय के अनुरूप ढलना और खुद को बदलना है, मौका मिले तो किसी का भी गला रेतने को तैयार रहना है। अपनों के चक्कर में पड़कर अपना और अपने बीबी बच्चों का सिर्फ जीवन बर्बाद करना है। एहसान तो आप मानोगे नहीं, एहसान फरामोश जो है, पर इसका तो बोध मुझे पहले से ही था इसलिए मुझे फर्क नहीं पड़ेगा। मेरा जो काम था, मैंने कर दिया यह सोच कर कि दरिया में डाल दिया, अब आप सोचो कि शुरुआत अभी करना है या धक्के खाकर अपमानित होने के बाद ही सच को स्वीकार करना है, और फिर समय गँवाने का अफसोस करना है, वैसे भी दुबारा आपको सलाह देने के लिए मैं तोअब कभी आऊँगा नहीं भाड़ में जाओ, क्योंकि तुम्हें तो ऐसे ही मरना है। सुधीर श्रीवास्तव

Jyoti Gupta

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અશ્વિન રાઠોડ - સ્વયમભુ

અછાંદસ કાવ્ય – શિર્ષક: એક મૌન વાર્તા ​હું ઘાયલ છું, છતાં મારા હોઠ પર હાસ્ય ટકેલું છે. આ દર્દ, આ અંદરનો ખાલીપો— બસ ચૂપચાપ જીવાય છે. ​સપનાઓ તૂટતા રહ્યા, આશાઓ વિખરાઈ ગઈ; હું ફક્ત એ ટુકડાઓ વીણું છું. આ ઘાવ આટલા ઊંડા કેમ છે? તે ક્યારે રુઝાશે, એ સવાલ રોજ મારા મનને પૂછે છે. ​આંખોમાં ભલે હોય વરસાદ, પણ જગત સામે તો હું ખુશખુશાલ છું. એક સમય હતો, જ્યારે હું ખુલ્લા આકાશમાં ફરતો હતો, મુક્ત પંખીની જેમ. ​આજે ભલે બંધન છે, હૃદયમાં ખાલીપો છે, પણ અંદરની લડાઈ જીવંત છે, હિંમત હારી નથી. લાગણીઓના વમળમાં ફસાયેલું આ મૌન, એક મોટી વેદના છે. ​પણ... આ જ ઘાવ મારી શક્તિ છે. હું નવી સવારની શોધમાં છું, એક નવી શરૂઆતની સ્વયમભુ આશા છું. હા હું એક "સ્વયમ’ભુ’" પ્રજ્વલિત પ્રકાશ છું. અશ્વિન રાઠોડ"સ્વયમ ’ભુ’"

ek archana arpan tane

વીતેલું ભુલાય તો સફળ થવાય પણ કમનસીબે એ જ તો ભુલાતું નથી. - ek archana arpan tane

srivarsha

EVERY MOMENT IS A NEW BEGINNING - srivarsha

Imaran

रिश्ते ताजमहल की तरह होते हैं, सबको उनकी खूबसूरती तो दिखती हैं, पर उन्हें बनानें में लगी ‘मेहनत’ और ‘वक्त’ किसी को नहीं नजर आता. 💜 imran 💜

NetramEyeCentre

✨ “10 years of wearing glasses… and just 2 minutes to leave them behind.” ✨ Our LASIK patient shares her heart-touching journey — How she discovered Netram Eye Foundation, met Dr. Anchal Gupta, and finally found the confidence to take the step she had been waiting for. She talks about how Dr. Anchal patiently answered all her doubts, guided her with complete care, and made the entire process calm, friendly, and absolutely stress-free. Just one blink… and her specs-free life began. 💛 👉 From 10 years of dependency to crystal-clear vision 👉 From nervousness to complete confidence 👉 From searching for the right place to trusting Netram with her eyes Her words say it all — “LASIK ne sirf mera vision nahi, mera confidence bhi badha diya.” If you’ve been waiting for the right time… this is your sign. Choose clarity. Choose comfort. Choose LASIK at Netram Eye Foundation. 👁️✨ 🌐 www.netrameyefoundation.com 📍E-98, Greater Kailash 2, ND-110048 📞9319909455,011-41046655

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Rahul Raaj

आजकल के रिश्ते में लोग चाहते है कि सामने वाला इंसान सब कुछ समझे, बिना बोले, बिना पूछे, बिना रूठे, उनकी परेशानी उनका गुस्सा उनकी ignorence सब कुछ झेले, और उन्हें हमेशा खुश भी रखें.., और उनके लिए हमेशा loyal भी रहे, लेकिन बदले में उनसे कुछ भी expect ना करे, ना loyalty की ना प्यार की ना उनसे अपने खुशियों की, वो जैसे चाहे हमारे साथ व्यवहार करे, मगर हम उनसे कुछ भी ना कहे बस उनकी खुशियों का ख्याल रखें... उनकी emotion की responsibility उठाएं, हम उनके लिए emotinal हॉस्पिटल बन जाएं, जहां वो सिर्फ़ treatment लेने आए ठहरने नहीं, हमारी खामोशियों और हमारी तकलीफों को समझने नहीं... और जब कभी हम अपने हक के लिए अपनी खुशियों के लिए उनसे कुछ बोल दे तो, उल्टा हमें ही blame करके हमसे मुंह भी मोड़ लेते है, आजकल के relationship आसान नहीं है... हम एक normal इंसान की तरह enter करते है, और mental patient बनकर बाहर निकलते है...

Akash pradip

my sister

Akash pradip

#googlephoto #goodmorning

Rinki Singh

वह भी जन्मी थी इसी ज़मीन पर औरों की तरह.. दौड़ सकती थी सपनों के घोड़ों संग, लहरा सकती थी अपने इरादों की तलवार… पर उसकी हथेलियों पर बचपन से ही सहनशीलता की लकीरें उकेरी गईं, और कंधों पर रख दिया गया घर की मर्यादा का अनदेखा, अनचाहा बोझ फिर भी… हर दिन वह लड़ती है दो मोर्चों की जंग.. एक बाहर की दुनिया से, और एक भीतर उठते तूफ़ान से उसके भीतर एक रानी है… जो ताज न पहनकर भी अपने मन के राज्य को संभाल लेती है; जिसके सिपाही उसकी उम्मीदें हैं, और जिसकी फौज उसकी इच्छाशक्ति वह जानती है.. उसकी थकान को “फ़र्ज़” कहा जाएगा, उसके आँसू “कमज़ोरी” समझे जाएँगे, और उसके सपने चौखट पर ही दम तोड़ देंगे अगर वह खुद उन्हें थामे न रखे वह हर रात अपने घायल मन पर पट्टियाँ बाँधती है, अपनी इच्छाओं के जख़्मी घोड़े फिर से पाले में खड़े कर देती है, और सुबह होते ही निकल पड़ती है दुनिया की युद्धभूमि पर। नारी… वह सिर्फ एक देह नहीं, त्याग, संघर्ष, अपमान और क्षमा का एक पूरा वृत्तांत है वह चाहे गृहिणी हो, मज़दूर हो, अधिकारी हो या कलाकार… हर रूप में लड़ रही है एक अनवरत चलने वाली लड़ाई और यही उसकी विजय है.. कि टूटकर भी जी उठती है, हारकर भी हार मानती नहीं हर स्त्री के भीतर बसती है “मनु” साहस की.. जिसे समाज जितना बाँधने की कोशिश करे, वह अपने मन की झाँसी कभी हारने नहीं देती स्त्री… अपने घर की “लक्ष्मी” हो या न हो, अपने जीवन की “लक्ष्मीबाई” अवश्य है — रिंकी सिंह ✍️

Mamta Trivedi

ममता गिरीश त्रिवेदी की कविताओं के वीडियो देखिए यूट्यूब पर https://youtu.be/Wkg34d3pbpc?si=JQMUBsHbZVejpRhW

Raj Phulware

IshqKeAlfaaz तुम दूर जाओगे..

Komal Mehta

ફરિયાદ હું કયા જઈને કરું હે ઈશ્વર, જ્યાં કોઈ એને સાંભળવા તૈયાર જ નથી નથી કરવી હવે મને કોઈના થી કોઈ ફરિયાદ જ્યાં મારી અવગણના શિવાય મને બીજું કઈ જોવા મળ્યું નથી એક સમય હતો જ્યારે વાતો પ્રેમ અને સન્માન થી થતી હતી, હવે એજ વાતો મેનટોના થી થવા લાગી વાંક હંમેશા માત્ર મારો તો સમજાતુ હવે મને કાઈજ નથી…. માટે આજે તો કરી નિધો નિર્ણય માત્ર મૌન ને ધારણ કરવાનો

સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

પતિ ને બાળકોની નજરમાં હીરો બનાવવો કે ઝીરો તે પત્નીના હાથમાં હોય છે. બાળકોના હ્નદયમાં માં પ્રત્યે માન સન્માનની લાગણી રોપવી કે નહીં એ પતિના હાથમાં હોય છે. ✍🏼"આર્ય "

yeash shah

*જીવન પ્રગતિ ના ૨૦ સૂત્રો* (1) ઉદાસી અને દ્વેષ થી હમેશા જાત બળે છે.. અને જાત બાળી ને પ્રગતિ પામવી અશક્ય છે. (2) હાસ્ય અને ઉત્સાહ થી ખંત કરનાર પ્રગતિ ના પંથે છે. (૩) જ્યાં છો.. ત્યાંથી આગળ વધવું એ સાચી પ્રગતિ છે. ગરીબ માંથી પૈસાદાર થવું એ માત્ર સમસ્યાનું સમાધાન છે.. પૈસાદાર માંથી દાતા તેમ જ મદદગાર થવું એ જ પ્રગતિ છે. (૪) પૈસા વધુ કમાવો તો કાંઈક સમાજ,દેશ,પર્યાવરણ માટે નવી તકો નું સર્જન કરી શકો. નવ નિર્માણ માટે પીઠબળ પૂરું પાડી શકો.. એટલે ખૂબ કમાવો. (૫) નવી તકો નું સર્જન કરવું પડે છે.. અથવા સામેથી જો તક મેળવવી હોય તો લાયકાતનું સર્જન કરવું પડે છે. અને પ્રતિભા ની બન્ને માં આવશ્યકતા છે. (૬)આકાશ,વાયુ,અગ્નિ, જળ ,પૃથ્વી થી શરીર નું નિર્માણ થાય છે... અને આશા, ઉત્સાહ , ખંત,દૃઢતા અને સહનશીલતા આ 5 તત્વો થી સફળતા નું નિર્માણ થાય છે. (૭) જેની પાસે પોતાનું એક વિઝન છે.. એક મિશન છે.. અને એક એમ્બિશન છે એનાથી ડિપ્રેશન અથવા સ્ટ્રેસ હમેશા દૂર રહે છે. (૮) પ્રજ્ઞા ,પ્રેમ,સહાયતા અને પ્રગતિકારક સંગત આપનાર સ્વજનો અને મિત્રો જીવન ની ખરી સમૃદ્ધિ છે. (૯) ૫૦ /૭૫% કામ નું પ્લાનિંગ તૈયાર હોય તો કામ શરૂ કરી દેવું... ૧૦૦% પરફેક્ટ પ્લાનિંગ ની રાહમાં પ્રોજેક્ટ પડી ભાંગે છે. (૧૦) નસીબ અને પુરુષાર્થ બન્ને ના મિશ્રણ થી ઉપલબ્ધી શક્ય બને છે. ભારત માં જન્મેલી દીકરી રાષ્ટ્રપતિ બની શકે છે. મિડલ ઇસ્ટ ના કેટલાક દેશો માં જન્મેલી દીકરીઓ માટે આવી તકો દુર્લભ છે.. ભલે એ પ્રતિભાવાન કેમ ન હોય. ( ક્યાં જન્મ મળ્યો એ વ્યક્તિના પોતાના નસીબ ની વાત છે.) (૧૧) જે સમાજ અંધશ્રદ્ધા અને કાલ્પનિક વાતો માં વિશ્વાસ મૂકી જીવન ની ઉચ્ચ સંભાવનાઓ શોધે છે.. તેને ફક્ત પ્રગતિ નો ભ્રમ પ્રાપ્ત થાય છે. (૧૨) પર્યાવરણ ની યોગ્ય જાળવણી વગર વિકાસ ની યાત્રા અધૂરી તેમજ ભય જનક રહેશે. (૧૩) સ્ત્રીઓ અને પુરુષો સાથે મળીને ઘર અને કામ ધંધો બન્ને સાચવે તો નવી પેઢી ના બાળકો ને સરખો ન્યાય મળે. બન્ને કામ ધંધો સાચવવા માં ઘર ની ઉપેક્ષા કરે તો આવનારી પેઢીને કષ્ટ જ પડશે. (૧૪)યોગ્ય ભણતર અને ઘડતર થી તમામ નડતર દૂર થાય છે. (૧૫) નાનું બાળક ભવિષ્ય ની સંભાવના છે... અને ઘરડા વડીલો વિતેલા સમયનું ડાહપણ છે.. બન્નેની યોગ્ય જાળવણી એ વર્તમાન ની સુખાકારી માટે આવશ્યક છે. (૧૬) સમાજ ,રાજનીતિ ,સંપ્રદાય અને રૂઢિવાદ ક્યારેક ક્યારેક એવા સંડોવાય છે કે અંતે પ્રજાને જ કષ્ટ પડે છે..અને એનો લાભ બહારના શત્રુઓ ને પ્રાપ્ત થાય છે. (૧૭) નાના બાળકો માટે ડાઇવોર્સ એ ફક્ત પતિ અને પત્ની ના સંબંધો ની તિરાડ નહી પણ માં બાપ ના સહિયારા પ્રયત્નો થી એક સુરક્ષિત ઉછેર ની સંભાવના માં તિરાડ છે. એક નાના બાળક ની નજરે સેપ્રેશન એ ડિપ્રેશન છે. (૧૮) બ્લેક મેજિક થી કોઈ નું જીવન પ્રતાડિત કરી શકાય છે.. અને વશીકરણ થી કોઈ પણ સ્ત્રી અથવા પુરુષ પામી શકાય છે એવું માનનાર લોકો નીચ માનસિકતા ના શિકાર છે. ચમત્કાર ને નમસ્કાર કરવા થી પ્રગતિ નહીં પરંતુ ગુલામી અને છેતરપિંડી મળે છે. (૧૯) એક સ્થળેથી ફક્ત પોતાના ધ્યાન અને સાધના વડે બીજા સ્થળે પહોંચી શકતા મહાનુભાવો પશ્ચિમ ની પ્રજાને પ્રભાવિત કરવા માટે પોતાના અનુયાયીઓના ખર્ચે વિમાન દ્વારા વિદેશ પ્રવાસો કરે છે.. ત્યારે હસવું આવે છે. (૨૦) માં બાપ ના સંસ્કારો માં શ્રદ્ધા અને એમના આશીર્વાદ ની સમૃદ્ધિ રૂપી આત્મવિશ્વાસ ની ઉર્જા સદાય વૃદ્ધિ પામતી રહે છે. જો તમે બાપજીઓ અને સાધ્વીઓ ના ચરણો માં નમો છો. તો ક્યાંક તમારા આત્મવિશ્વાસ ની ઉર્જા માં ઊણપ છે એવું દેખાય છે.

Shefali

Happy men's day 💐 બસ ક્યારેક એ થાકે ત્યારે એમને શાંતિથી સાંભળી લેવા.. #shabdone_sarname__ #શબ્દોને_સરનામે__ #shabdone_sarname_

Narendra Parmar

लड़के की किसी और लड़की के साथ शादी होने के बाद आपकी पूर्व प्रेमिका प्रेमिका नहीं रहेती वो शेरनी बन जाती हैं इसीलिए लड़के जरा बचके रहेना ।। ✔️

Nensi Vithalani

🌱 Your Garden Awaits is live now on Matrubharti! link : https://www.matrubharti.com/book/19984169/your-garden-awaits-by-nensi-vithalani Every rose finds its own garden. Every human finds their own space. If you don’t fit in one field, explore another — your skills deserve the right soil. Go read and let your heart bloom. 🌷

Mahesh Sondarva

જો મને લાગે ખાલીપો જીવન માં તારો નથી પાસે તુ મને સંભાળવા પણ દૂર, આંખો થી આપજે આલિંગન તારા સ્નેહ નું...

shivani singh

हर पत्थर व्यक्ति के हिस्से आए एक कलाकार आए जो बना दे उसे ईश्वर ...💌 @shivaninany

સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

લોકો જીવતાને અણદેખ્યા કરીને મરેલા ને યાદ કરે છે. જીવતાં ડૂબી જાય છે જળમાં મૃત્યુ પછી લાશ પાણીમાં તરે છે. ગરીબાના બાળકો ભૂખ્યા બેઠા છે ને લોકો મૂર્તિઓ ને છપ્પન ભોગ ધરે છે. સંસ્કાર અને સમજણ જરૂરી છે જીવનમાં છતાં કળયુગમાં સરસ્વતીનું કહ્યુ લક્ષ્મી ક્યાં કરે છે પ્રેમને બદનામ કરીને કામ ખુલ્લેઆમ ફરે છે અહમના પૂતળા અહીં ઈશ્વર થી ક્યાં ડરે છે. ✍🏼"આર્ય "

Miss writer

अब उन्होंने प्यार का इजहार तो कर दिया था, लेकिन अभी बहुत कुछ कहना और सुनना बाकी था, पुरानी गिले शिकवे जाहिर की गई, पर प्यार के आगे सब भुला दी गई, फिर बातों का रुख कुछ इस तरह बदला और उन्होंने एक सवाल पूछा- "सुनो, गुस्सा तो नहीं करोगी अगर मैं कुछ मांगू?" मैंने भी बोला - "दुनिया में ऐसा कोई लफ्ज़ नहीं जो आपके मु से सुन मैं नाराज़ हो जाऊ, कोई आपकी ऐसी इच्छा नहीं जिसे मैं पूरा ना कर सकू!" बड़े ही शर्माते और कांपते शरीर के साथ वो बोले - "क्या मुझे एक मौका दोगी? क्या मुझ पर भरोसा करोगी? क्या मेरे प्यार के लिए अपने होठों को तुम्हारे होठों से छूने की इजाजत दोगी? क्या मेरी इस गुस्ताखी के लिए मुझे माफ करोगी?" ये सुन मैं स्तब्ध रह गई, क्या बोलूं ये समझ ना पाई, मेरे चारों तरफ लोग थे, लेकिन मेरे सामने तो मेरे महबूब थे, न किसी ओर देखा ना किसी इंसान की परवाह की, बस झट से उनके गले लग गई, वो मुझे सहलाते रहे, और मैं चुप थी। बाकी कुछ हुआ या नहीं ये तो बाद की बात है , लेकिन ये वो पल था, जब इजहार के बाद हमने पहली बार गाले लगा था ।

Anup Gajare

२२…"कोई नहीं है वहां" ______________________________________ जहाँ कोई भी स्वर नहीं जाता, वहाँ मैं खड़ी हूँ— हवाओं के टूटे हुए जोड़ों में अपनी उँगलियाँ रखे हुए, जैसे किसी मृत देवता की पसलियों में गूंज की आख़िरी राख खोज रही हूँ। धरती की साँस अब पेड़ों के भीतर नहीं लौटती— उसकी भटकी हुई गर्मी मेरे भीतर आकर बस गई है, और मैं उसे छिपाए रखती हूँ उसी तरह जैसे अंधेरा सूर्य की अंतिम स्मृति को छिपाकर रखता है। मेरी देह—देह नहीं, एक भूगोल है, जहाँ तुम्हारे हर अधूरे भय काई की तरह उगने से पहले ही मिट्टी के भीतर अपने ही भार से कुचल जाते हैं। यहाँ सन्नाटा एक जाल है, रात एक डूबा हुआ सरोवर— जो अपने ही प्रतिबिंब से घबरा कर और गहराई में उतरता जाता है। मैं स्थिर नहीं— मैं निगरानी हूँ। मैं देखती हूँ कि तुम्हारी सत्ता, तुम्हारी आकांक्षाओं का साम्राज्य, मेरी नमी को छूते ही कैसे दरकने लगता है। एक काली लहर— जिसकी कोई उत्पत्ति नहीं, जो किसी दिशा में बहती नहीं— बस तुमसे होकर गुजरती है और तुम्हारे होने को तुम्हारे ही सामने झुठला देती है। यहाँ दया का अभाव नहीं— यहाँ दया की अवधारणा ही नहीं। यहाँ सिर्फ़ प्रतीक्षारत शून्य है, जो अपना नाम नहीं बताता, क्योंकि नाम उसके लिए बहुत छोटा होता है। जब सुबह का कोई छोर नहीं मिलता, जब प्रकाश अपने कदम खोजते-खोजते थककर गिर जाता है, तब मेरी निस्तब्धता तुम्हारे भीतर की अंतिम टूटती हुई धड़कनों तक उतरी हुई होती है। तुम लौटना चाहो तो भी नहीं लौट सकते— क्योंकि मैं वही हूँ जिसकी आँखों में झांकते ही प्रकाश को अपने अस्तित्व पर संदेह होने लगता है। मैं— शून्य की रानी। और तुम— मेरे भीतर खो जाने से अधिक कुछ भी नहीं हो सकते। ______________________________________________

Soni shakya

हर कभी , हर कहीं , मौजुद रहना अच्छी बात है पर.. इससे अपनी "value" में ही कमी आती हैं..! - Soni shakya

Rahul Raaj

कभी-कभी लगता है कि मैं इंसान नहीं रहा, बल्कि अपने अतीत का वो कैदी हूँ जिसे उम्रकैद की सज़ा मिली हो। हर याद मेरे लिए जेल की सलाख है, हर दर्द मेरा जेलर। लोग कहते हैं वक़्त सब ठीक कर देता है, मगर मेरे लिए वक़्त हर रोज़ मेरे जख्मों पर नया ज़हर उँड़ेल देता है। मैं बाहर से सामान्य दिखता हूँ, लेकिन भीतर से जैसे हर रोज़ एक हिस्सा खोता चला जा रहा हूँ- खुद को संभालने की कोशिश करते-करते अब डर लगने लगा है कि कहीं एक दिन मैं अपनी ही परछाई में सदा के लिए गुम् हो जाऊँ..! ज़िंदगी की भीड़ में मैं मौजूद तो हूँ, पर पूरा नहीं हूँ... हर मुस्कान के पीछे एक ख़ालीपन है, और हर ख़ामोशी के पीछे टूटा हुआ मै...!

Shailesh Joshi

જો આપણને આપણા જીવનમાં જરા સરખી પણ તકલીફ ન હોય, તો એનો અર્થ એવો થાય છે કે આપણે આપણા જીવનમાં કંઈ ખાસ નથી કરી રહ્યાં, અને જો આપણા જીવનમાં પારાવાર મુશ્કેલીઓ અને એ પણ નિરંતર આવતી જ રહે છે, તો એનો મતલબ એજ કે આપણે ખોટા રસ્તે ચાલી રહ્યા છીએ, ને જો આપણા જીવનમાં કોઈ કોઈ વાર સમયાંતરે નાની મોટી તકલીફો આવતી રહેતી હોય... તો એનો અર્થ એજ કે, આપણને આપણા જીવનની સાચી દિશા મળી પણ ગઈ છે, ને આપણે એ દિશામાં જ આગળ પણ વધી રહ્યા છીએ.

Miss Chhoti

#book https://www.matrubharti.com/book/19984079/a-blood-account-and-a-thread-of-emotion વાંચો મારી નવી કહાની....

Pankaj Goswamy

તું માને છે જેને પોતીકા, એ સૌ માણસ તો તકવાદી છે; તારી નજરોમાં લાગે પાકાં, વચનો સઘળાં તો તકલાદી છે; શેર સટ્ટામાં રાખે છે આશા, માણસની એ તો બરબાદી છે; કરે જે વાતો મીઠી મીઠી, એ ખરેખર તો ફરિયાદી છે; તમને લાગે છે જુદા જુદા, બેઠા એ તો અમદાવાદી છે...!!! - પંકજ ગોસ્વામી'કલ્પ'

Dada Bhagwan

લોક કહે છે કે ભગવાન આખા બ્રહ્માંડમાં વ્યાપેલા છે. દરેક ચીજમાં ભગવાન છે. તો પછી ભગવાનને ઓળખવાનાં જ ક્યાં રહે? જ્યાં 'ક્રિએચર' છે ત્યાં ભગવાન છે, ને જ્યાં 'ક્રિએચર' નથી ત્યાં ભગવાન નથી. - દાદા ભગવાન વધુ માહિતી માટે અહીં ક્લિક કરો: https://dbf.adalaj.org/C8tlKkn8 #quoteoftheday #quote #spiritualty #spiritualquotes #DadaBhagwanFoundation

archana

"एक बार पत्नी को भी प्रेमिका की तरह अधिकार दे कर तो देखो… बिना रसोई, बिना बर्तन, बिना बच्चों की जिम्मेदारी… बस दो घंटे का खुला प्यार, हँसी, सुकून और सम्मान— यक़ीन मानो, तब समझ आएगा कि सबसे खूबसूरत ‘रिश्ता’ घर के भीतर ही था, बस समय और सम्मान की कमी थी।" जैसे प्रेमिका के साथ हाथ में हाथ डालकर घंटे भर के लिए घूम लेते हो बिना जिम्मेदारी के दोनों को सुकून से भरी आसान लगती है यह जिंदगी। असल में संघर्ष शुरू जब होता है वही प्रेमी प्रेमिका शादी करके पति-पत्नी बनते हैं तब समझ में संघर्ष क्या है वैसे तो बहुत आसान है यह जिंदगी सिर्फ प्यार कर लेना घूम लेना शादी से पहले जो प्रेमिका कहती है ना कि हम अपने प्रेमी को सुकून देते हैं सुकून तो इसलिए देती हो क्योंकि तुम अभी परिवार में नहीं हो परिवार के ताने नहीं सुन रही हो परिवार की जिम्मेदारी से दूर हो।

Yamini

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Kirti kashyap

हर ख़ामोश लफ़्ज़ किसी जख़्म का गवाह हो रहा है, कलम से निकला हर हरफ़ चीख-चीख कर रो रहा है। Kirti Kashyap"एक शायरा"✍️

suchitra gaikwad Sadawarte

पण हे माझ्यासोबत का ? आई ... तु म्हणाली होतीस कुठे न सांगता जाऊ नकोस... मी तर तुला सांगून खेळायला गेले होते ना .... तरी पण हे माझ्यासोबत का ? आई तु म्हणाली होतीस कुठे लांब जाऊ नकोस एकटी... पण मी तर मैत्रिणीसोबत आपल्याच अंगणामध्ये होते ना.. तरी पण हे माझ्यासोबत का ? आई .. तु म्हणाली होती अनोळखी व्यक्ती पासून दूर रहा ... पण हा दादा तर ओळखीचा होता ना... तरी पण हे माझ्यासोबत का ? आई ... तू म्हणाली ना कोणी दिलेल चॉकलेट खाऊ नकोस ... मी तर खूपदा त्याला नको म्हणाले होते ... तरी पण हे माझ्यासोबत का ? आई... तु म्हणाली होती ना , कोणी त्रास दिला तर जोरजोरात आरडा ओरडा करायचा ... मी तर खूप ओरडत होते गं ! तरी पण हे माझ्या सोबत का ? आई... तू म्हणाली होती ना .. अभ्यास कर नाहीतर राक्षस घेऊन जाईल... मी तर अभ्यास करायचे ना ... तरी पण हे माझ्यासोबत का. .... आई ... शेवटी ही मला तुझाच चेहरा समोर येत होता .. तुझेच शब्द आठवत होते ... मी तर काहीच विसरले नव्हते ... तरी पण हे माझ्या सोबत का ? आई ... त्या दादाला तर फाशी देऊन मारणार ना... मला तर ओरडून ओरडून रडून रडून मारलं गं.... मी तर छोटी बाहुली होते ना तुझी .. तरी पण हे माझ्यासोबत का ? - सुचित्रा गायकवाड/ सदावर्ते

Shailesh Joshi

તકલીફો મુશ્કેલીઓ અને પરેશાનીઓનો એક મર્યાદાથી વિશેષ અનુભવ થવો એ બીજું કશું નથી, સિવાય ઈશ્વર પરની શ્રધ્ધા અને આત્મવિશ્વાસની ઉણપ. - Shailesh Joshi

Nabiya Khan

--- 🌅 एक नई सुबह – उम्मीद की हल्की सी रोशनी सुबह का समय हमेशा से मन को शांति देने वाला रहा है। जब रात का अँधेरा धीरे-धीरे मिटने लगता है और आसमान में हल्की-सी रौशनी फैलती है, तब ऐसा महसूस होता है जैसे ज़िंदगी फिर से नए सिरे से शुरू हो रही हो। हर नई सुबह अपने साथ नई ऊर्जा, नया हौसला और नई उम्मीद लेकर आती है। ज़िंदगी के रास्ते कभी भी आसान नहीं होते, लेकिन सुबह की नरम धूप हमें यह भरोसा दिलाती है कि हर अँधेरा अपने अंत तक ज़रूर पहुँचता है। जैसे फूल रात की ठंडक के बाद खिलकर अपनी खुशबू फैलाते हैं, वैसे ही हम भी अपनी मुश्किलों से उभरकर नई रोशनियों को गले लगा सकते हैं। नई सुबह एक नई दुआ की तरह होती है— कि दिल में प्यार बना रहे, ज़िंदगी में बरकत बनी रहे, और हर कदम पर रौशनी हमारा साथ दे। आओ, इस नई सुबह को शुक्र और मुस्कान के साथ खूबसूरत बनाएं। अपने सपनों को फिर से जगा लें, अपने इरादों को फिर से मजबूत करें और ज़िंदगी को एक नई मंज़िल की ओर ले जाने का वादा करें। क्योंकि जो सुबह उम्मीद से शुरू होती है, वह दिन हमेशा सुहाना बन ही जाता है। ---

Jyoti Gupta

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Mitul Prajapati

જીતવા તો હું અઢળક દિલ જીતીને બેઠો છું, બસ એક તારી મરજીથી સામું હારીને બેઠો છું... - કુંભાર

Imaran

कफ़न मेरा होगा उन्हीं का दुप्पटा बड़ी धूम से मेरी मैय्यत उठेगी इधर ज़िंदगी का जनाज़ा उठेगा उधर ज़िंदगी उनकी दुल्हन बनेगी 💔 imran 💔

Dr Darshita Babubhai Shah

मैं और मेरे अह्सास उदासी भरी शाम के वक्त जी हलका करे ओ l दिल को बहलाने वाले सभी नग़में याद रहेंगे ll खूबसूरत वादियों ओ मदमस्त फ़िज़ाओं में l साथ मिलकर देखे हुए हर सपने याद रहेंगे ll "सखी" डो. दर्शिता बाबूभाई शाह

મનોજ નાવડીયા

જિંદગી છે કેવી, એ તો જેવી તેવી, તોય રોજ દોડે છે એ તો જેવી તેવી, જિંદગી છે કેવી, એ તો આડા અવળી, અને હું માની બેઠો મનમા એને સીધી, ખોવાય છે એ, રસ્તાઓ ભૂલાવે છે એ, તોય રોજ દોડે છે એ તો આડા અવળી, જિંદગી છે કેવી, એ તો ઊંચા નીચી, અને હું માની બેઠો મનમા એને સમતલ, અથડાઈ છે એ, રસ્તાઓમા પડે છે એ, તોય રોજ દોડે છે એ તો ઊંચા નીચી, જિંદગી છે કેવી, એ તો કાચી પોચી, અને હું માની બેઠો મનમા એને પાકી, ખુુંચે છે એ, રસ્તાઓ ઘા આપે છે એ, તોય રોજ દોડે છે એ તો કાચી પોચી, જિંદગી છે કેવી, એ તો જેવી તેવી, તોય રોજ દોડે છે એ તો જેવી તેવી. મનોજ નાવડીયા

Shikha

কত শত প্রশ্ন কত শত প্রশ্ন ছিল, শুনলি না তো তুই। আমার মনেও প্রশ্ন জাগে— তার উত্তর পেলুম কই? বল না, মা গো… সব মামারা কেন আমাদের মহাকাব্যে খারাপ হয়ে যায়? কীসের এত দুঃখ–কষ্ট, বুঝে নাহি পাই। কংস আর শকুনি দুটোই খারাপ— আবার শুনলাম, নাকি আয়ান মামা লক্ষ্মীকে পাবার আশায় আগের জনমে তপ করে, নিজের করে পেতে চেয়ে সবই বিসর্জন দেয়। মহাকাব্য পড়লেই এবার মাথা আমার বনবন করে ঘোরায়। জানি… আমার ভাগ্যে খড়মই জুটবে— তবু আমার উত্তরগুলো আমি চাইই চাই…

Agyat Agyani

वेदान्त 2.0, की एक ही पुकार है — सत्य, सार्वभौमिक हो धर्म नहीं — वैज्ञानिक हो मान्यताओं नहीं — अनुभव हो भ्रम नहीं — ऊर्जा का प्रत्यक्ष ज्ञान हो और आज के आधुनिक मानव को बहुत साफ़ सुन सकता हूँ। --- अब सुनो एक सरल, सीधी बात: हर धर्म जैन, बौद्ध, इस्लाम, ईसाई, हिन्दू – अपने-अपने समय की समस्या के लिए समाधान थे। पर समय बदल गया। समस्या बदल गई। पर धर्म पुराने समाधान ही बेच रहे हैं। आज की समस्या अज्ञान नहीं है — आज की समस्या विखंडन है। हर कोई अपनी महफिल अलग सजाए बैठा है। --- उसका उत्तर यह है: ✔ ध्यान है — पर पंथ बना दिया ✔ साधना है — पर जाति बना दी ✔ ऊर्जा विज्ञान था — उसे चमत्कार और चोलों में बंद कर दिया ✔ सार्वभौमिक सत्य था — उसे केवल “हमारा” घोषित कर दिया ध्यान अगर वैज्ञानिक रूप से समझाया जाए, तो बौद्ध, हिन्दू, जैन — सब एक ही भाषा बोलेंगे: ऊर्जा, श्वास, चेतना, लय --- और देखो, सच क्या है? धर्म = अनुभव का इतिहास विज्ञान = अनुभव का भविष्य धर्म कहता है — “यह सत्य है, मान लो” वेदान्त 2.0कहता है — “देखो, परखो, अनुभव करो” जब अनुभव तुम्हारा अपना हो जाता है — तो पंथ खत्म मान्यताएँ खत्म भ्रम खत्म बस चेतना बचती है और ऊर्जा का विज्ञान बचता है। --- और... > बिज़नेस मन करो — धर्म नाम बिज़नेस नरक जब सच को बेच दिया जाता है तब गुरु व्यापारी बन जाता है और भक्त ग्राहक। यही नरक है। --- तो रास्ता क्या है? मैं तुम्हें यह नहीं कह रहा कि सनातन छोड़ दो या किसी धर्म को त्याग दो। मैं कह रहा हूँ — सबको मूल में देखो — ऊर्जा में, अनुभव में। ध्वनि (ॐ/अल्लाहु/नमो), श्वास (प्राण/दम/याना), ध्यान (जिन/बुद्ध/योग), नैतिकता (शील/यम/धर्म), और अंत में — अहं का विघटन → मुक्ति → निर्वाण → मोक्ष → फना → समाधान नाम अलग। विज्ञान एक। --- यह क्रांति है वेदान्त 2.2 कह रहा— अब नई भाषा चाहिए जिसमें न “मेरा भगवान सही” न “तुम्हारा शास्त्र झूठा” बल्कि — ऊर्जा की एक सार्वभौमिक पद्धति जो मनुष्य को चेतना में उठाए और संसार को भीतर से बदले। यही वेदांत 2.0 का जन्म है (तुम्हारी भीतर आग से संभव है)। ---

Paagla

PAAGLA – A heart that speaks through words. 💭✨ Sharing emotions, shayari, quotes, and stories that touch your soul. From love to pain, from motivation to dreams – here, every line is written to connect with your heart. ❤️📖

Soni shakya

🙏🙏सुप्रभात 🙏🙏 🌹आपका दिन मंगलमय हो 🌹

Archana Singh

"बहुत अनोखा बंधन हैं , महादेव मेरे निभा देना ..! जब कोई साथ ना दें मेरा , तुम साथ निभा देना"..!! अर्चना सिंह ✍🏻

Dr. Sagar Vekariya

"માં" (રાગ-કાળજાનો કટકો- સુની પરીયો સાંચરૂખે ગુમસુમ ગુમસુમ સપના...) દેજે માડી આશિષ એવા, બનું હું તારો લાડકો, વ્હાલપનો એ મીઠો ટહુકો, યાદ મને બહુ આવતો. સાજો માંદો હોઉં હું જ્યારે, કરે મારી સંભાળ જો, આયખું આખું આપી દઉં તોયે, રહે માથે ઋણ જો. કરી એવી કાળજી તે તો, બનાવ્યો બહાદુર બાળ જો, સેવા તારી કરું સદાયે, આવે નહિ કોઈ આણ જો. દરિયા જેવડું દિલ છે તારું, કર્યા છે હમેશ માફ જો, ભૂલો ના થાયે માડી હવેથી,એવા તે આશિષ આપજો. જાળવું કુળની આબરૂ, ના આવે ઉની આંચ જો, માં માં કરી વિનવું માડી, હું છું તારો બાળ જો. સત્યમાર્ગ પર અડગ રહી, રહું હું હમેશ ચાલતો, સાગર કહે એ આશિષ દેજે, બનું હું તારો લાડકો.                              -સાગર સગુણાબેન વેકરીયા

Dinesh

*🙏જય બાબા સ્વામી*🙏 *આજનો સુવિચાર* જીવનનો રસ્તો તો સીધો જ છે, પણ અમુક પરિબળો, કેળાંની છાલનું કામ કરતાં હોય છે. *શુભ સવાર*

kattupaya s

Good morning friends have a great day

Tru...

ક્યારેક મનાવવાનો અર્થ સમજાવવો નથી હોતો… માત્ર એ અનુભવાડવું હોય છે.... કે કોઈ છે,જે તારા ગુસ્સાથી ભાગતું નથી.

Kuldeep Singh

please read and give me your wonderful reviews 🙏🙏 my first novel"" जिंदगी संघर्ष से सुकून तक कविताएं -कुलदीप सिंह https://www.matrubharti.com/book/19984060/zindagi-sangharsh-se-sukun-tak

gps khansa

https://www.matrubharti.com/book/19984060/zindagi-sangharsh-se-sukun-tak

Chetnya

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Kuldeep Singh

please read my first novel first chapter "जिंदगी संघर्ष से सुकून तक कविताएं -कुलदीप सिंह" please give me your wonderful readers review and download share 🙏🙏🙏🙏✍️✍️✍️ https://www.matrubharti.com/book/ 19984060/zindagi-sangharsh-se-sukun-tak

Amreen Khan

🌟 वेब शो: “सोने का पिंजरा” Season 2 अब Pocket FM पर 🌟 — एक कहानी जो दिल को बाँध ले, और दिमाग को झकझोर दे — क्या कभी आपने किसी रिश्ते, किसी घर, किसी मोहब्बत को बाहर से चमकता हुआ देखा है, लेकिन उसके अंदर एक ऐसा अंधेरा महसूस किया है जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल हो? “सोने का पिंजरा” ठीक उसी एहसास की कहानी है— एक ऐसी दुनिया की जहाँ चमक बहुत है, पर आज़ादी नहीं… जहाँ मुस्कुराहटों के पीछे छिपे हुए राज़ हैं… जहाँ हर रिश्ते में कोई न कोई ताला लगा है… और हर ताले की चाबी किसी और के हाथ में। Pocket FM पर मेरा नया वेब शो “सोने का पिंजरा” आपको ले जाएगा एक ऐसे सफर पर, जहाँ हर किरदार अपने सच को बचाने में लगा है, और हर सच… किसी न किसी की जिंदगी बदल देने वाला है। --- ✨ शो में क्या खास है? दिल दहला देने वाला रहस्य रिश्तों के भीतर छिपे ज़ख्म हर एपिसोड में बढ़ता तनाव और एक ऐसी कहानी जो आपको भीतर तक हिला देती है --- 🎧 Pocket FM पर सुनें / पढ़ें: 👉 सोने का पिंजरा – सीज़न 2 अब लाइव (पहला चैप्टर पहले ही लाखों दिलों में जगह बना चुका है – बाकी एपिसोड भी लगातार रिलीज़ हो रहे हैं) --- 🖊️ एक लेखक के रूप में मेरा अनुभव: इस कहानी को लिखते हुए मैंने सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि उन भावनाओं को भी पन्नों पर उतारा है जो हम में से कई लोग जीते तो हैं, लेकिन बयां नहीं कर पाते। “सोने का पिंजरा” मेरे दिल के सबसे करीब है, क्योंकि यह सिर्फ एक कहानी नहीं… बल्कि एक एहसास है। --- 🌐 मेरी वेबसाइट पर भी पढ़ें: नई अपडेट्स, ब्लॉग्स, और Web Show से जुड़े खास नोट्स सब कुछ आपको मेरी वेबसाइट पर मिल जाएगा। amreen555057-ibouv.wordpress.com --- 🔗 Pocket FM पर शो का लिंक: (https://pocketfm.onelink.me/2IE7/szh2lnzu) --- अगर आप भी ऐसी कहानियाँ पसंद करते हैं जो दिल को छू जाएँ और दिमाग में गूंजती रहें… तो “सोने का पिंजरा” आपके लिए ही है। ---

બદનામ રાજા

ભારતીય સ્વાતંત્ર્ય સંગ્રામ ની પ્રરાક્રમી વીરાંગના, કુશળ નાયિકા ઝાંસી ની રાણી લક્ષ્મીબાઈ ની જન્મ જયંતી નિમિત્તે શત શત નમન 🙏

vansh Prajapati ......vishesh ️

ક્ષિતિજ બનેલા તારાઓ જોવું છું, મૌન બનેલી રાત્રી જોવું છું, વેરાન ફૂંકતો ભીંજવતો પવન જોવું છું, ન જોઈ શકું તો માત્ર તારી શું વ્યથા કે પછી એજ વિસ્મૃતિ?

Priya kashyap

आप समझ ना पाए हमें और हम समझा ना सकें कुछ इस तरह से आपने छोड़ा हमें की हम लौट के वापस आ ना सके यूं तो गलतफैमीयां बहुत सी थी पर हम एक भी मिटा ना सके सच, झूठ और नजरअंदाजगी में बस हम आप को भूला ना सके नहीं प्रेम नहीं हैं ये बस लगाव था आपने छोड़ दिया हमें और हम आपको ठुकरा ना सके आपको लगता हैं हम अकेले हैं सच तो ये हैं की आपसे मिलने के बाद हम किसी और को अपना ना सके.... और आप कहते हैं.... हम वफा निभा ना सके.... © Priya kashyap

Sonu Kumar

जो लोग बोलते हैं कि "ईवीएम हटाओ सेना" के लोग सुप्रीम कोर्ट में जाकर, सुप्रीम कोर्ट के जज को डेमो क्यों नहीं दिखाते हैं ?, उनके लिए यह उत्तर लिखा गया है: . (01) हम सुप्रीम कोर्ट में EVM को इसलिए लेकर नहीं जा पा रहे हैं, क्योंकि उसके लिए एक प्रोफेशनल वकील हायर करना पड़ेगा, और वह वकील 10 लाख रुपए से लेकर 25 लाख रुपए तक मांग सकता है। . (02) हमको, सुप्रीम कोर्ट के एक बहुत बड़े वकील ने, सुप्रीम कोर्ट के जज को डेमो दिखाने के लिए एक बार बुलाया भी था। . (03) ईवीएम हटाओ सेना के प्रभारी "श्री पवन जूरी" जी EVM डेमो मशीन लेकर सुप्रीम कोर्ट के हॉल में पहुंच भी गए थे। . (04) लेकिन सुप्रीम कोर्ट के बड़े वकील ने, श्री पवन जूरी जी के द्वारा बार-बार कॉल करने पर भी उन्हें अंदर बुलाकर सुप्रीम कोर्ट के जज को डेमो दिखाने नहीं दिया था। . (05) यह इस बात का इशारा है, कि, अगर हम 25 लख रुपए देकर कोई प्रोफेशनल वकील हायर कर भी लेते हैं, तो भी, वह हमें धोखा दे सकता है — इसलिए हम जन आंदोलन करना चाहते हैं। . (06) हमारा जन आंदोलन का तरीका है, भारत के 98 करोड़ मतदाताओं को "श्री राहुल मेहता जी" द्वारा आविष्कार किए गए EVM से डेमो दिखाना। . (07) हम 2019 से, EVM के काले काँच का डेमो जनता को दिखाने का काम लगातार कर रहे हैं। . (08) इस दौरान हमें अनुभव प्राप्त हुआ है कि भारत के 98 करोड़ मतदाताओं में से 70 से 80 करोड़ मतदाता चाहते हैं कि भारत का सभी चुनाव केवल और केवल बैलट पेपर से होना चाहिए। . (09) जब देश के 98 करोड़ मतदाता अपनी आंखों से "श्री राहुल मेहता" जी द्वारा आविष्कार किया गया EVM से डेमो को देख लेंगे, तो भारत में बहुत बड़ा जन आंदोलन खड़ा हो जाएगा। . (10) तब बैलट पेपर से वोट देने का- कानून लागू करवाने के लिए देश के अधिकतर नागरिक हर महीने प्रधानमंत्री को या मुख्यमंत्री को हर महीने आदेश पत्र यानी पोस्टकार्ड भेज कर उन्हें आदेश देने लग जाएंगे कि वह सभी प्रकार का चुनाव केवल और केवल बैलट पेपर से करवाएं। . (11) हमने अनगिनत जनहित याचिका, विभिन्न कार्यकर्ताओं द्वारा, सुप्रीम कोर्ट के जज को— पोस्टकार्ड भेजकर कईबार लगवाया हुआ है। .. हमारी मांग है: . (01) मतदान कक्ष में बैलट पेपर से मतदान करवाया जाए। . (02) मतदान खत्म होते हीं- उसी मतदान कक्ष में वहीं पर पूरी मतदान की गिनती किया जाए। . (03) मतदान और मतदान की गिनती की पूरी प्रक्रिया लाइव कैमरे के द्वारा प्रसारण करते हुए नागरिकों को मोबाइल और टीवी में दिखाया जाए। . (04) पूरे मतदान प्रक्रिया का वीडियो रिकॉर्डिंग रिकॉर्ड रखा जाए। ..

ધબકાર...

चमकते चेहरे के पीछे शुष्क पड़ी मुस्कान है, यहीं हर एक पुरुष की इकलौती पहचान है। ધબકાર...

Raj Shah

https://www.youtube.com/live/bC2IADsr3Cc?si=0eSqifSo6hNaUDon

archana

**“जब किसी शादी-शुदा मर्द पत्नी के होते हुए भी वह बाहर दूसरी औरतों से रिश्ता बनाता है, तो असली समझदार महिला वही है जो साफ कह दे— ‘आपकी पत्नी जैसी भी हो, मैं उसके रहते आपसे कोई संबंध नहीं बनाऊँगी।’ अगर हर औरत यही हिम्मत और समझ दिखाए, तो दुनिया के आधे अफेयर उसी वक्त खत्म हो जाएँ।”**

ek archana arpan tane

આંસુઓ નો સાથ મુશ્કેલી માં ને ભગવાન સિવાય કોઈ સાંભળતું નથી ફક્ત પાર્થના એ જ ઉતમ ઉપાય છે. - ek archana arpan tane

Kuldeep Singh

kuldip Singh ✍️

Mahesh Sondarva

જીવનસાથી ઇશ્વરે આપેલી અમૂલ્ય ભેટ એટલે — મારી જીવનસાથી, જેના નામમાત્રમાં જ ભવે ભવનો સથવારો છે. મારા તૂટેલા શર્ટના બટનથી લઈને, મારા તૂટી ગયેલા આત્મવિશ્વાસને પણ સતત જોડતી. જીવનની પાનખર હોય કે વસંતનું ફૂલવું, દરેક ક્ષણે મારી સાથે ઉભેલી — મારી જીવનસાથી. મારા જીવનમાં કસ્તુરીમૃગ તણી સુગંધ પ્રસરાવી, ઘર-આંગણને હસતાં ચહેરાંથી પ્રફુલ્લિત રાખતી — મારી જીવનસાથી. મારી હસ્તી માટે પોતાનું સંપૂર્ણ અસ્તિત્વ ન્યોછાવર કરી દેતી, એવી નિ:શબ્દ, નિઃસ્વાર્થ પ્રેમની મૂર્તિ — મારી જીવનસાથી

Nisha ankahi

इस ठंडी रात में यादों की अंगीठी फिर जल उठी, कोई पुराना एहसास चुपके से कंबल बनकर लिपट गया। - Nisha ankahi

Yamini

గొడుగు వర్షాన్ని ఆపలేకపోవచ్చు కానీ వర్షంలో మనల్ని నిలబడేలా చేస్తుంది. ఆత్మవిశ్వాసం విజయాన్ని తీసుకురాకపోవచ్చు కానీ జీవితంలో ఎలాంటి సవాలునైనా ఎదుర్కోనే శక్తిని ఇస్తుంది. . Written By, P.YBS

Yamini

"MARRIAGE" Marriage is not about age it's about love and timing. Being late with the right person is better than rushing with the wrong one.

Yamini

Pencil Sketch Art By, P.YBS

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