Gujarati Whatsapp Status |
Hindi Whatsapp Status
L otus
कब तलक भटकें तीरगी लेकर अब चले आओ रौशनी लेकर
L otus
तुम्हारा ख़्याल ही मेरे लिए काफ़ी है, जो मुझे किसी का भी होने से रोकता है........!!
L otus
हिज्र की रात है और आंख में आंसु भी नहीं
ऐसे मौसम में तो बरसात हुआ करती थी
Vrishali Gotkhindikar
माझ्या आयुष्यातले तुझे..आगमन...
एक सुखद "योगायोग"....
माझी फक्त सेवा..हाच मात्र होता..
तुझ्या आयुष्यातील..योग..
असाच मी करंटा..!!!
नाही समजला मला तुझ्या सेवेतला निरपेक्षपणा.
काळ गेला...वेळही गेली..
आता राहिलाय ..मागे नुसता एकटेपणा...
.....................................व्रुषाली......
GANESH TEWARI 'NESH' (NASH)
शुभ विचार आए तभी, करो तुरत वह कर्म। अशुभ भाव से कभी भी, होतै नहीं सुकर्म।।
दोहा--345
(नैश के दोहे से उद्धृत)
-----गणेश तिवारी 'नैश'
Narendra Parmar
गुलाब की खुश्बू से कम नहीं हों तुम
क्या पता मुझे ????
मेरी तक़दीर में लिखी हो तुम
या फिर किसी और के लिए बनी हो तुम ।।
नरेन्द्र परमार ✍️
Raj Phulware
IshqKeAlfaaz
तुझ्यात जीव गुंतला..
RAMESH SOLANKI
# २०२५: वर्ष की संपूर्ण गाथा
**जनवरी की शुरुआत**
नए वर्ष की पहली सुबह में, आशाओं का दीप जला,
ट्रम्प ने फिर गद्दी संभाली, बीस जनवरी को अमेरिका में मुकुट धरा।
कैलिफोर्निया में आग की लपटें, सब राख में बदल गया,
लॉस एंजिल्स धू-धू कर जला, हज़ारों बेघर हो गए।
चीन से आया DeepSeek का तूफान, AI की दुनिया में हलचल मची,
Nvidia के शेयर गिर गए, तकनीक के बाज़ार में खलबली फैली।
वाशिंगटन में हेलीकॉप्टर और विमान की टक्कर,
चौंसठ जानें गईं, देश में शोक की लहर।
भारत में भी बड़े बदलाव, दिल्ली चुनाव में बीजेपी की जीत,
मणिपुर में हिंसा की आग, राष्ट्रपति शासन लागू हुआ रीत।
युन सुक योल हुए गिरफ्तार, दक्षिण कोरिया में इतिहास बना,
गाजा में युद्धविराम की उम्मीद, उन्नीस जनवरी को शांति का रास्ता खुला।
पहलगाम में आतंक का हमला, छब्बीस मासूम शहीद हो गए,
धरती रोई, आसमान रोया, सब सदमे में डूब गए।
कुंभ के पथ पर श्रद्धा का सैलाब, पर भगदड़ में गईं जानें,
प्रयागराज में दुखद हादसा, छिन गईं कई कहानियां।
**फरवरी-मार्च: उथल-पुथल का दौर**
जर्मनी में चुनाव हुए, CDU/CSU आगे आई,
AfD की भी मज़बूती, यूरोप में नई राजनीति छाई।
ट्रम्प और ज़ेलेंस्की की मुलाकात, तनाव और बढ़ गया,
यूक्रेन के भविष्य पर सवाल, युद्ध का साया और गहरा हुआ।
चंद्रमा पर Firefly Aerospace ने कामयाबी पाई,
पहली बार निजी कंपनी ने, चांद पर सफल लैंडिंग दिखाई।
कनाडा में मार्क कार्नी बने प्रधानमंत्री नए,
स्पेन-पुर्तगाल में बिजली गुल, घंटों अंधेरा छाया रहे।
म्यांमार में भूकंप का कहर, सात दशमलव सात की तीव्रता,
पांच हज़ार से अधिक मौतें, ग्यारह हज़ार घायल हुए, बड़ी विपत्ता।
दक्षिण कोरिया में जंगल की आग, अस्सी हज़ार हेक्टेयर जला,
बत्तीस लोगों की गई जानें, प्रकृति का प्रकोप दिखा।
लंदन में हीथ्रो बंद हुआ, बिजली गुल हो गई,
हज़ारों उड़ानें प्रभावित, यात्रियों की परेशानी बढ़ गई।
ट्रम्प ने लगाया टैरिफ का दांव, दस प्रतिशत मूल शुल्क,
वैश्विक व्यापार में हलचल, अर्थव्यवस्था में उलझन।
**भारत: अप्रैल से जुलाई**
मई में भारत ने दिया करारा जवाब,
ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को भेजा संदेश साफ़।
पहलगाम हमले का बदला लिया, मिसाइलें दागीं उस पार,
सीमा पर तनाव बढ़ा, दोनों देशों में हुआ संघर्ष।
मई में ही हुआ कॉन्क्लेव, नए पोप चुने गए,
लियो चौदहवें बने, उत्तर अमेरिका से पहली बार आए।
जून में हुआ बड़ा हादसा, एयर इंडिया विमान गिरा,
अहमदाबाद में दुर्घटना, दो सौ साठ जानें गईं, देश रोया।
जम्मू-कश्मीर में नई रेल लाइन, उधमपुर-बारामूला खुली,
प्रधानमंत्री ने किया उद्घाटन, विकास की नई राह चली।
मणिपुर में फिर अशांति, असेम कनन सिंह गिरफ्तार,
आरंभाई तेंगगोल के नेता, हवाई अड्डे पर हुए बेकार।
बेंगलुरु में भगदड़ का मंज़र, IPL जीत की खुशी में,
ग्यारह लोगों की गई जानें, जश्न बदल गया ग़म में।
सिक्किम में भूस्खलन का कहर, तीन सैनिक शहीद हुए,
देहरादून में हेलीकॉप्टर दुर्घटना, सात जानें गईं, सब रो पड़े।
**जुलाई-अगस्त: तनाव और त्योहार**
ट्रम्प ने भारत पर लगाया पच्चीस प्रतिशत टैरिफ,
तेल खरीद के मुद्दे पर, व्यापार में आई दरार साफ़।
दिव्या देशमुख ने जीता महिला शतरंज विश्व कप,
कोनेरु हंपी को हराकर, तिरंगा लहराया ऊपर।
लोकसभा और राज्यसभा में विशेष चर्चा हुई,
ऑपरेशन सिंदूर पर बहस, विपक्ष ने हंगामा किया जमकर।
देवघर में कांवड़ यात्रियों का हादसा, अठारह की मौत,
बस दुर्घटना में गईं जानें, परिवारों में मचा कोहराम।
NISAR उपग्रह हुआ लॉन्च, NASA-ISRO का संयुक्त प्रयास,
दोहरी आवृत्ति वाला राडार, रिमोट सेंसिंग में नया विकास।
पिप्रहवा रत्नों की वापसी, ब्रिटिश काल में ले गए थे,
संस्कृति मंत्रालय की घोषणा, धरोहर घर लौट आए।
अगस्त में रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस की धूम,
जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी, त्योहारों का मौसम।
ओणम का त्योहार केरल में, दस दिनों का उत्सव,
राजा महाबली को स्वागत, परंपरा और संस्कृति का सम्मिश्रण।
वैष्णो देवी मंदिर के पास भूस्खलन, तीस की मौत,
पालघर में इमारत ढही, सत्रह लोगों की गई ओट।
पंजाब में बाढ़ का प्रकोप, तीस से अधिक मृत,
प्रकृति का कहर फिर बरपा, सब हुए व्यथित।
**सितंबर-अक्टूबर: वैश्विक घटनाएं**
सी. पी. राधाकृष्णन बने उप-राष्ट्रपति नए,
भारत में राजनीतिक बदलाव, नया अध्याय लिखा गए।
छत्तीसगढ़ में नक्सली संघर्ष, दस उग्रवादी मारे गए,
सुरक्षा बलों का अभियान, क्षेत्र में शांति की कोशिश।
पोलैंड में रूसी ड्रोन घुसे, नाटो की सीमा पार,
आर्टिकल चार लागू हुआ, तनाव बढ़ा बेशुमार।
चार्ली किर्क की हत्या हुई, यूटा में कैंपस में,
ट्रम्प के सहयोगी की मौत, अमेरिका में सदमे की लहर।
जापान में पहली महिला प्रधानमंत्री, सानाए ताकाइची,
लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता, इतिहास रचा नई।
नेपाल में सरकार गिरी, बाईस लोगों की मौत प्रदर्शन में,
के.पी. शर्मा ओली ने दिया इस्तीफा, अशांति का दौर।
फ्रांस में बायरू सरकार गिरी, अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ,
राजनीतिक संकट गहराया, देश में अस्थिरता छा गई।
सेबू में भूकंप का झटका, छह दशमलव नौ की तीव्रता,
इकहत्तर लोगों की मौत, पांच सौ उनसठ घायल।
**अक्टूबर-नवंबर: नेतृत्व बदलाव**
इज़राइल ने गाजा में अंतिम बीस बंधक छोड़े,
फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई, शांति की उम्मीद जागी।
पेरू में दीना बोलुआर्ते का महाभियोग, सर्वसम्मति से हुआ,
हैती में गिरोहों का आतंक, पचास प्रतिशत इलाक़ा कब्ज़े में।
पोप लियो चौदहवें की पहली विदेश यात्रा,
तुर्की और लेबनान की यात्रा, नवंबर-दिसंबर में।
COP30 शिखर सम्मेलन ब्राज़ील में, जलवायु पर चर्चा,
अमेज़न वर्षावन की भूमिका, पर्यावरण संरक्षण का प्रयास।
G20 शिखर सम्मेलन जोहान्सबर्ग में, पहली बार अफ्रीका में,
वैश्विक मुद्दों पर चर्चा, सहयोग की नई पहल।
जकार्ता बना दुनिया का सबसे बड़ा शहर,
टोक्यो को पीछे छोड़ा, बयालीस मिलियन जनसंख्या।
चिली में चुनाव हुए, जीनेट जारा और जोसे कास्त में मुकाबला,
दूसरे दौर में फैसला, दिसंबर में होना था।
इराक में चुनाव परिणाम, मोहम्मद शिया अल-सुदानी फिर प्रमुख,
समन्वय फ्रेमवर्क गठबंधन ने जीत पाई, नई सरकार बनी।
**खेल जगत की उपलब्धियां**
भारत ने ICC चैंपियंस ट्रॉफी जीती, न्यूज़ीलैंड को हराया,
क्रिकेट में तिरंगा लहराया, देश में जश्न मनाया।
महिला क्रिकेट विश्व कप भारत में, धूम-धाम से हुआ,
हॉकी, बैडमिंटन, कबड्डी में, भारत ने दम दिखाया।
मुंबई मैराथन, जयपुर साहित्य उत्सव, सूरजकुंड मेला,
संस्कृति और कला का संगम, परंपरा का अलख जगा।
खेलो इंडिया विंटर गेम्स, राष्ट्रीय खेलों की धूम,
युवा खिलाड़ियों ने दिखाया जौहर, भविष्य की उम्मीद।
**तकनीक और विज्ञान**
DeepSeek ने चुनौती दी, OpenAI को टक्कर,
GPT-5 भी लॉन्च हुआ, AI की दौड़ तेज़ हुई।
अंतरिक्ष में नई उड़ानें, पहली बार ध्रुवीय कक्षा में दल,
चंद्रमा पर सफल लैंडिंग, विज्ञान ने छुआ नया शिखर।
NISAR उपग्रह की कामयाबी, भारत-अमेरिका साझेदारी,
शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में गए, रकेश शर्मा के बाद दूसरे।
आर्मेनिया-अज़रबैजान में शांति समझौता, सैंतीस साल बाद,
नागोर्नो-काराबाख़ संघर्ष खत्म, एक नया अध्याय।
**दिसंबर: साल का अंत**
रूस ने पोक्रोवस्क पर कब्ज़ा किया, यूक्रेन में लड़ाई जारी,
गाजा में शांति योजना पर मतदान, इज़राइल की नेसेट में हुआ।
मलेशिया एयरलाइंस उड़ान 370 की खोज फिर शुरू,
दक्षिणी हिंद महासागर में, रहस्य सुलझाने की कोशिश।
हैती में गिरोहों का हमला बढ़ा, पचास प्रतिशत कब्ज़ा,
होंडुरास के पूर्व राष्ट्रपति को माफी, ट्रम्प ने दी।
थाईलैंड में साइक्लोन सेन्यार का कहर,
ग्यारह सौ से अधिक मौतें, इंडोनेशिया-मलेशिया में तबाही।
हांगकांग में भीषण आग, एक सौ उनसठ लोगों की मौत,
अपार्टमेंट में लगी आग, डेढ़ सौ से अधिक लापता।
**२०२५ का सार**
यह वर्ष रहा संघर्ष और आशा का मिश्रण,
युद्ध और शांति का द्वंद्व, तबाही और निर्माण।
तकनीक ने छलांग लगाई, AI ने दुनिया बदली,
अंतरिक्ष में नई उड़ानें, विज्ञान ने सीमाएं तोड़ीं।
प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाया,
भूकंप, बाढ़, आग और तूफान में सब कुछ बहा।
पर मानवता ने हिम्मत नहीं हारी,
हर मुश्किल में उम्मीद की किरण दिखाई।
राजनीति में उथल-पुथल, नेतृत्व बदले,
चुनाव हुए कई देशों में, लोकतंत्र चलता रहा।
खेल के मैदान में जीत-हार का सिलसिला,
संस्कृति और कला ने समाज को जोड़े रखा।
२०२५ इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया,
एक ऐसा साल जिसमें सब कुछ हुआ।
दुख भी थे, खुशियां भी थीं,
चुनौतियां थीं, उपलब्धियां भी थीं।
आओ आगे बढ़ें, सबक लेकर इस साल से,
२०२५ की यादें दिल में संजोएं हर पल।
मानवता, शांति और प्रगति का संदेश लेकर,
नए साल में कदम रखें, बेहतर कल के लिए
Pankaj Goswamy
સવાર પડી જાય છે સૂર્યોદય પહેલાં, સપનાં હવે નથી આવતાં;
રોજ ઊઠીને કામે નથી જવું એવાં, બહાનાં હવે નથી આવતાં.
એક સાંજે રખડવાના આનંદને મંઝિલ ગણી મોજ કરતા,
ફરી ફરીને થાકી જવાય છે જિંદગી, ઠેકાણાં હવે નથી આવતાં.
કેટલાંય માણસોથી છે સારો સંબંધ મારે આજકાલ તો,
રાહ જોઉં પણ બાળપણની જેમ, રમવા હવે નથી આવતા.
મહિનો પૂરો થાય ત્યાં સુધીમાં તો ખિસ્સું મોં ચઢાવી દે છે,
સંકટ સમયની સાંકળ જેવા, ગલ્લા હવે નથી આવતા.
ડૂબી રહ્યો છું સતત જવાબદારીઓના અસહ્ય બોજ હેઠળ,
ગળાની ગાંઠ જેવા મિત્રને બચાવવા, દોસ્તો હવે નથી આવતા.
✍️ પંકજ ગોસ્વામી 'કલ્પ'
Deepak Bundela Arymoulik
जंगल मत काटो
जहाँ मिटाना है तो जंगलों को काट दो,
क्या सच में इतनी सस्ती है ये धरती,
और ये साँसें भी बाँट दो?
पेड़ खड़े थे चुपचाप हजारों बरसों से,
छाँव में रखते थे हमें अपने हौसलों से,
हमने ही उनके दिल पर कुल्हाड़ी चला दी,
लूट ली धरा की हँसी कुछ लालचों के फ़सलों से।
जहाँ मिटाना है तो नदियों को सुखा दो,
पर याद रखना
सूखी धरा पर आँसू भी उग नहीं पाएँगे,
न कोई गीत, न कोई जीवन लौट आएगा।
आज अगर जंगल काट दोगे,
कल हवा भी साथ छोड़ देगी,
धूप जलेगी चुभती धधकान-सी,
धरती राख की चादर ओढ़ लेगी।
समय है संभल जाओ मानव,
जंगल नहीं,
अपने भीतर के अँधेरों को काटो।
पेड़ बचेंगे तो कल भी साँसें बचेंगी,
वरना ये जीवन पथरीले सन्नाटों में बिखर जाएगा।
आर्यमौलिक
Secret Story Girl
“प्यार तब और गहरा हो जाता है,
जब सामने वाला बिना बोले भी सब समझ ले।”
- Secret Story Girl
Secret Story Girl
तेरी धड़कनों की ख़ुशबू जब हवा में घुलती है,
मेरा हर लम्हा चुपके से तुझमें ही सिमटता है।
तेरी आँखों में जो चमक है, वही मेरा सवेरा बनती है।
तेरी मुस्कान जब बिखरती है, मेरे दिल का अँधेरा मिटता है।
तू पास हो तो हर साँस में एक मीठी सी रुनझुन बजती है।
तेरे स्पर्श में छुपा सुकून, मेरी रूह को चूमकर बहता है।
तुझसे शुरू होकर तुझपर ही खत्म होती है मेरी हर दुआ,
तेरा नाम ही अब दिल का सबसे प्यारा गीत बनता है।
Secret Story Girl
“तुम मेरे दिल का मौसम हो”**
तुम मेरे दिल का मौसम हो,
जिसे चाहे जितना भी पढ़ लूँ,
फिर भी मन नहीं भरता।
जैसे बरसात की पहली बूंद
दिल पर गिरती है
और एक मीठी-सी धड़कन
कानों में खनक उठती है,
वैसे ही तुम हो—
अचानक से आकर
पूरे मन को भिगो देने वाली।
तुम कोई सपना नहीं,
पर सपनों में उतरकर
उनकी रंगत बढ़ा देने वाली
खूबसूरत धुन हो।
मैं अक्सर सोचती हूँ,
अगर तुम न मिलते
तो शायद मेरा दिल
अब भी सूखे पत्ते-सा
खामोश पड़ा रहता।
पर तुम आए,
और मेरी सारी खामोशियों में
चुपके से रंग भर दिए।
तुम्हारे साथ खामोश बैठना भी
एक बातचीत जैसा लगता है।
तुम्हारी आंखों में देखूं
तो लगता है दौड़ती दुनिया
एक पल को रुक गई है,
और बस हम हैं—
दो धड़कनें,
दो सांसें,
एक ही धड़कन की लय में
धीरे-धीरे पिघलती हुई।
मुझे नहीं पता
प्यार किसे कहते हैं,
पर जब तुम पास होते हो
तो हवा ज़्यादा कोमल लगती है,
रातें ज़्यादा मीठी,
और दिल थोड़ा-सा
तुम्हारी तरफ खिंचता हुआ।
शायद यही प्यार है—
धीरे-धीरे भीतर उतरता हुआ,
बिना शोर मचाए
सबकुछ बदलता हुआ।
कभी-कभी तुम्हारे नाम को
धीरे से बोलकर देखती हूँ।
उसमें एक अजीब-सी गर्मी है—
जैसे कोई बहुत अपना
दिल पर हाथ रखकर कह रहा हो,
"मैं हूँ, यहीं हूँ।"
तुम्हारी मुस्कान
मेरे दिन की शुरुआत भी है
और उसका अंत भी।
तुम्हारी हंसी
ऐसी खनक है
जो थके हुए मन में
उम्मीद का दीया जला देती है।
और तुम्हारा चेहरा—
मेरे लिए बस चेहरा नहीं,
एक दुआ है,
जो खुद चलकर
मेरे तकदीर के दरवाज़े पर आ खड़ी हुई है।
जब तुम बात करते हो
तो शब्द नहीं बोलते,
जैसे कोई एहसास बोल रहा हो।
तुम्हारी आवाज़
उस नदी जैसी है
जो दिल के पत्थरों को
धीरे-धीरे गोल कर देती है।
कठोरता को पिघला देती है।
कभी समझ नहीं आता
मैं तुम्हें सुन रही हूँ
या तुम्हें महसूस कर रही हूँ।
तुम्हारे साथ बिताया
हर छोटा-सा पल
एक लंबी कहानी बन जाता है।
उसमें हंसी होती है,
थोड़ी शरारत,
थोड़ा अपनापन,
और एक अनकहा वादा—
कि चाहे जितना वक्त बीत जाए,
हम यूं ही साथ चलेंगे।
तुम मेरे लिए
सिर्फ एक इंसान नहीं,
एक जगह हो—
जिसके पास आकर
दिल को सुकून मिल जाता है।
जहाँ डर पिघल जाते हैं,
और आंखें
बिना वजह भी मुस्कुरा देती हैं।
मुझे पता नहीं
भविष्य क्या लिखेगा,
किस मोड़ पर कौन-सा रास्ता होगा,
पर इतना जानती हूँ—
अगर मंज़िल तुम हो,
तो रास्ता कितना भी कठिन हो,
मैं चलती रहूँगी।
तुम मेरे दिल का वो मौसम हो
जो कभी बदलता नहीं।
जो हर बार
एक नया रंग लेकर आता है—
कभी बारिश,
कभी धूप,
कभी नरम हवा,
पर हमेशा…
हमेशा प्यार लेकर।
तुम्हारे बिना दुनिया
थोड़ी फीकी लगती है,
और तुम्हारे साथ
सबकुछ खूबसूरत—
जैसे किसी तस्वीर पर
धीरे से सूरज की किरण
पड़ जाए।
तुम मेरे दिल का मौसम हो,
और मैं तुम्हें
हर जन्म, हर वक्त,
हर सांस में
यूं ही चाहता रहूँगी।
ek archana arpan tane
એટલાં કાબેલ બની જાવ કે તમે ઊભા થાવ તો કોઈ બેસી ન રહે અને તમે ચાલો તો કોઈ કદમ માંડવાની હિંમત ના કરે.
- ek archana arpan tane
Saroj Prajapati
ज़रूरत से ज़्यादा लीपापोती भरा चेहरा हो या किरदार
दुनिया की नजरों में हमेशा हंसी व संदेह के पात्र बनते हैं।।
सरोज प्रजापति ✍️
- Saroj Prajapati
yeash shah
કારકિર્દી નું ચયન કરવા માટે એક અદ્ભુત રીત વર્ણવું
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સ્ટેપ :૧ તમારા જન્મ નું વર્ષ + ૨૦ વર્ષ = xxxx ( એનું સિંગલ ટોટલ કરવું, જેને A કહીશું.
step :૨ A + મૂલાંક= B
step :૩ B + જન્મ તારીખ + જન્મ નો મહિનો.= C
step :૪ C માંથી ૩ digit મળશે.
જેને career Code કહેવો.
દાખલા તરીકે : ૧૨/૮/૧૯૮૯
સ્ટેપ :૧ = ૧૯૮૯ + ૨૦ = ૨૦૦૯( ૨+૯)(૧૧)(૧+૧) = ૨
A = ૨
સ્ટેપ:૨ હવે ૨+૩ ( મૂલાંક ૧+૨)= ૫
B = ૫
step :૩
૫+ ૧૨+૮= ૨૫
=૨૫
૨+૫= ૭
career Code: ૨૫૭
આ વ્યક્તિ ને અંક ૨ ચંદ્ર, અંક ૫ બુધ અને અંક ૭ કેતુ થી સંબંધ ધરાવતા ક્ષેત્રો માં ઉત્તમ ફળ મળે.
આ ત્રણેય નંબર ના વિવિધ ક્ષેત્રો માંથી ઉચિત ક્ષેત્ર રુચિ પ્રમાણે જાતે પસંદ કરવું.
Raju kumar Chaudhary
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Jaypandya Pandyajay
તારી આંખો
ઘણું બતાવે છે તારી આંખો,
મને સતાવે છે તારી આંખો.
કલ્પનાને મધુર બનાવે છે તારી આંખો,
તારા વિચારે મન મારું લગાવે તારી આંખો.
પ્રેમ મન ભરી નીતારે તારી આંખો,
જીવનને બહુ નિખારે તારી આંખો.
છે આ જાદુગરી સારી,
જાણે સ્વર્ગ ધરતી પર ઉતારી,
લાગણી છે કેવી તારી ન્યારી,
જે નાંખે દુઃખને બધા નિવારી,
તારી આ કારીગરી છે ખુબ સારી,
જે દે જીવનની બળતરા ઠારી.
મને સંમોહિત કરે તારી આંખો,
મને ફરિ જીવિત કરે તારી આંખો.
જાણે કંઈક કહે છે તારી આંખો,
સદા આસપાસ રહે છે તારી આંખો.
હેત ખુબ નીચોવે તારી આંખો,
હૃદય મારું પરોવે તારા પર તારી આંખો.
તારું ખંત જગાવે તારી આંખો,
કામના સૌ જગાવે તારી આંખો.
મીઠાં અમૃત વરસાવે તારી આંખો,
મન બે ઘડી લલચાવે છે તારી આંખો.
કેવી પ્રભાવી છે તારી આંખો,
બધા અવિર્ભાવ દર્શાવે તારી આંખો.
ઘણું બતાવે તારી આંખો,
મને સતાવે તારી આંખો.
કેવી રંગીન છે તારી આંખો,
નવીન વિચાર જગાવે તારી આંખો.
પ્રેમની રંગોળી છે તારી આંખો,
લાગણી મેં જ્યાં બોળી તે તારી આંખો.
ઘણું બતાવે તારી આંખો,
મને સતાવે તારી આંખો.
મન કરે છે તેને પૂછી લઉં,
મસ્તીમાં તેની ઝુમી લઉં,
પીડા તેમાં લુછી લઉં,
કર્યા મેં તો પ્રયત્ન ઘણા
કે પાસે મારી ખેંચી લઉં,
મને તેણે નાખ્યો ખોલી,
જે વગર પૂછયે ઘણું બોલી,
બસ સાવ નિરાંત જેમાં તે તારી આંખો,
હું જેને જોવા ઈચ્છું તે છે તારી આંખો.
ઘણું બતાવે તારી આંખો,
મને સતાવે તારી આંખો.
લેખન - જય પંડ્યા
Sudhir Srivastava
मायूसी
*********
मायूसी महज एक विचार, एक भाव है
हमारी नकारात्मकता और आत्मिक कमजोरी है,
खुद पर अविश्वास मिश्रित डर है।
मायूसी को हम-आप बढ़ावा देते हैं
उसे अपने सिर पर बिठाते हैं,
उसके स्वागत में पलक पाँवड़े बिछाए देते हैं
खुद पर हावी होने का अवसर देते हैं।
वरना मायूसी इतनी मजबूत नहीं है
जो हम पर भारी पड़ जाये,
और खूँटा गाड़ कर बैठ जाये।
यदि हम उसे अवसर ही न दें तो
मायूसी खुद मायूस होकर वापस लौट जाएगी।
अच्छा है मायूसी को भाव देना बंद कीजिए
अपने आप पर इतना तो विश्वास कीजिए,
मायूसी यदि हठधर्मी पर उतर आए
तो उससे दो दो हाथ करने का हौसला कीजिए।
मायूसी आपसे है, आप मायूसी से नहीं
यह भाव निज मन में जगाए रखें,
तब मायूसी खुद-बखुद मायूस हो जायेगी
जब उसकी दाल ही नहीं गल पायेगी,
तब वो हमारी आपकी बगलगीर बनने की
भला सोच ही कब पायेगी?
हमारे आपके पास कौन सा मुँह लेकर आयेगी,
मजबूरी में ही सही दूर ही रहेगी
और जैसे तैसे अपना मुँह ही तो छिपायेगी,
मगर आसपास नजर नहीं आयेगी।
सुधीर श्रीवास्तव
Sudhir Srivastava
शिखर पुरुष डा. राजेन्द्र प्रसाद जी
***********
तीन दिसंबर को अठारह सौ चौरासी को
जन्में थे बाबू राजेन्द्र प्रसाद,
जीरादेई गाँव, जिला सीवान, बिहार राज्य को
इसीलिए तो करते हैं हम सब याद।
कमलेश्वरी देवी माता उनकी,
पिता थे सहाय शंकरदयाल,
स्वतंत्र भारत का प्रथम राष्ट्रपति यही बना था लाल।
एक महान वकील, शिक्षक और लेखक
जिसने अपना जीवन समर्पित कर दिया,
पूरी तरह देश सेवा के नाम ।
भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान देकर
किया था श्रेष्ठतम काम,
1962 में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
भारत रत्न हुआ उनके नाम।
महान नेता, स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षा शास्त्री
सादगी, ईमानदारी और नेतृत्व क्षमता से
उन्हें मिला महान नेता का मान-सम्मान,
1950 से 1962 तक बारह वर्ष तक
राष्ट्रपति पद किया शोभायमान।
शिक्षा, सामाजिक सुधार और राष्ट्रीय एकता को
बढ़ावा देने में बड़ा योगदान दिया,
संविधान सभा के अध्यक्ष बने
भारतीय संविधान के निर्माण में
महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया,
संविधान सभा बैठकों की अध्यक्षता
संविधान के मसौदे पर चर्चा-परिचर्चा में
अग्रणी रहकर सक्रियता से भाग लेकर
अपनी नेतृत्व क्षमता और समझ से
संविधान निर्माण में श्रेष्ठतर योगदान दिया,
अपनी पुस्तक "इंडिया डिवाइडेड" से भी
दुनिया में बड़ा नाम, सम्मान, पहचान प्राप्त किया
28 फरवरी 1963 को उनके देहावसान से
एक दैदीप्यमान दीपक बुझ गया।
उनकी सादगी, दूरदृष्टि, कर्मशीलता और नेतृत्व क्षमता
आज हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है,
उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए
देश सेवा में अपना योगदान ही हमारा उद्देश्य है।
ईश्वर हमारी प्रार्थना को स्वीकार करें
हममें सादगी, ईमानदारी, देश सेवा का भाव भरें,
आज बाबू राजेन्द्र प्रसाद जी की जयंती पर
हम सब उन्हें नमन वंदन करते हैं,
उनके व्यक्तित्व, कृतित्व को याद करते हैं
उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लेते हैं
और अपने श्रद्धा पुष्प अर्पित करते हैं,
बड़ी शिद्दत से हम सब भारतवासी
शिखर पुरुष बाबू राजेन्द्र प्रसाद जी को याद करते हैं।
सुधीर श्रीवास्तव
kattupaya s
Goodnight friends sweet dreams
Manvi Chauhan
Ranjho ka sehar ❤️🩹 🥀...
Kuch ese baatein..🗣️
Jo kisi ko bol na sake suna na ske...🗣️👂
Kuch ese चोटो ko hum किसी ko dikha na sake❤️🩹
Jise शक्स se hame बेपनाह mohobbat thi ❤️....
Ajj uski parchai se bhi hume nafrat hai ❤️🩹🥀..
Keh ke apna bo mujhe....
गेरो ke saath rishta nibha gayi वो...🫂
Mere Dil me apni jgh bna ke....❤️
Kisi or ki jindagi bna Rahi hai bo ...🫂❤️🩹
Mere चाहतों ko कफ़न kar ke दफना diya mujhko🥀 insaan se हेवान bna diya tune mujhko❤️🩹
“Jisne mere dil ko mandir samjha tha,
Usne hi usse ranjahon ka ghar bana diya mujhko” 💔🥺
“Dard to aaj bhi wahi hai…
Bas ab ro kar nahi, chup reh kar seh lete hain
“Mere tootne ka tamasha dekh kar jo bo muskura di…
Usi ke muskurahat ko aaj jariya bna ke hamne uski yaadon ko mita diya…”
✍️... manvi
Niya
નથી આવડતું મને તારાથી દુર રહીને જીવતા ,
મને તો હરેક પળ બસ તારી સાથે રહેવાની આશ હોય છે …
Raju kumar Chaudhary
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Parmar Mayur
તેનું મૌન આંખોમાં શબ્દો બની ઉપસેલ છે,
ચક્ષુ અનિમેષ થઈને પાંપણના દ્વાર અટકે છે.
- Parmar Mayur
રોનક જોષી. રાહગીર
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Imaran
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो;
मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो;
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है जमाना;
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो
👌 imran 👌
Mamta Trivedi
ममता गिरीश त्रिवेदी की कविताएं
कविता का शीर्षक है, 🌹 मनचला सावन
https://youtu.be/omxmtkshW5c?si=FykhQK8jxTUULqJP
pink lotus
वादे करने मे जो सब से आगे खड़े थे
आज साथ देने मे वही कही घूम हो गए है
बाते जो बोला करते थे बड़े यकीन से
जब निभाने की बारी आई तो वही सब से
पहले छोड़ गए । 🥀
by:pinklotus ❣️🌸
S A Y R I K I N G
गुर्बत तेरे गुबार में ये साल भी गया बस चीख़ और पुकार में ये साल भी गया
Gautam Patel
हर हर महादेव
S A Y R I K I N G
गोली मार देनी चाहिए जिसने कहावत बनाई कि
"हंसी तो फंसी"
अब तक ना जाने कितनी को हंसा दिया
पर एक ना फंसी
Sweta Pandey
मुकद्दर तो मुलाज़िम है,
मेरी ख्वाहिश का ख्वाबों का..
मुझे क्या फिक्र,
मेरी आरज़ू ने क्या फरमाया है ।
- Sweta Pandey
Vedanta Two Agyat Agyani
𝕍𝕖𝕕𝕒𝕟𝕥𝕒 𝟚.𝟘 — 𝕋𝕣𝕦𝕥𝕙 𝕚𝕟 𝕥𝕙𝕖 𝔼𝕣𝕒 𝕠𝕗 𝕄𝕚𝕟𝕕 · वेदान्त २.० — मन के युग में सत्य — 🙏🌸 अज्ञात अज्ञानी
https://www.agyat-agyani.com
S A Y R I K I N G
आज मैने मां से कहा शायरी लिखना बड़ा रिस्की काम है
तो वो बोली
हेलमेट पहन के करो मगर करो
Manvi Chauhan
galtiya ❤️🩹
Kacchi Umar ka iye khel hai....💖🫂
Ho jati hai choti -moti galtiya ❤️💋
In galtiyo se tode hai kaiyo ke Dil 💔...
Iye glti tere nhi hai mere yaar .🖤🥀✨
Iye Kasur hai tere Umar ka...🤵
Abe to bachapana chor mere yrr..🚴
Dhal gya bo shamm 🌄chut gya bo Jawani ka.
wkt aa gya budhaapa...🥸
Abe to sambhal Jaa Mere Yarr..🧑🦳
✍️... manvi
kattupaya s
This music album and movie looks promising.. AR Rahman sir made the album in unique way. congratulations dhanush sir for proving the ability
Soni shakya
""ये रिश्ते ये,चेहरे नाम ,पहचान ,
"वक्त"सब कुछ छीन सकता है पर..
उन पलों को छू भी नहीं सकता जो,
हमने पूरे दिल से ,पूरी मौजूदगी से ,
किसी के साथ बिताए हो क्योंकि..
जो पल सच में जिए जाते हैं वो,
समय का हिस्सा नहीं होते..
वो अनंत का हिस्सा बन जाते है""..!!
- Soni shakya
kattupaya s
When we fall in love,We forget everything.. we don't care about loses and love is dangerous when we lost ourselves. take care your love by sharing good things. This is all about my Novel "yadhumatra peruveli" all the chapters approved by matrubharti. iam happy.
Pankaj Goswamy
જિંદગી જીવતાં જીવતાં શીખવાડી ગઇ,
જિંદગીને જીવવી કેટલું મુશ્કેલ કામ છે....!!
- પંકજ ગોસ્વામી 'કલ્પ'
Mukteshwar Prasad Singh
यह शहर है बदनसीबों का,बदलना है जिसकी तस्वीर ।
सोचो,जरा सोचो! बतलाओ,कैसे बदलें इसकी तकदीर।
नयी शक्ति से ऊर्जस्वित हों,नयी युक्ति से गढ़े तदवीर।
अंध भक्ति में,लोभ लाभ हेतु,झूठ सच से बचें स्थवीर।
राह कांटों की,साथ सांपों की,हाथ धोखों की है राहगीर।
दम्भ पालें ,सांसें साधें,हिम्मत हो दृढ़ फिर बदलें तस्वीर।
- Mukteshwar Prasad Singh
Mukteshwar Prasad Singh
यह शहर है बदनसीबों का,बदलना है जिसकी तस्वीर ।
सोचो,जरा सोचो! बतलाओ,कैसे बदलें इसकी तकदीर।
नयी शक्ति से ऊर्जस्वित हों,नयी युक्ति से गढ़े तदवीर।
अंध भक्ति में,लोभ लाभ हेतु,झूठ सच से बचें स्थवीर।
राह कांटों की,साथ सांपों की,हाथ धोखों की है राहगीर।
दम्भ पालें ,सांसें साधें,हिम्मत हो दृढ़ फिर बदलें तस्वीर।
- Mukteshwar Prasad Singh
Mukteshwar Prasad Singh
यह शहर है बदनसीबों का,बदलना है जिसकी तस्वीर ।
सोचो,जरा सोचो! बतलाओ,कैसे बदलें इसकी तकदीर।
नयी शक्ति से ऊर्जस्वित हों,नयी युक्ति से गढ़े तदवीर।
अंध भक्ति में,लोभ लाभ हेतु,झूठ सच से बचें स्थवीर।
राह कांटों की,साथ सांपों की,हाथ धोखों की है राहगीर।
दम्भ पालें ,सांसें साधें,हिम्मत हो दृढ़ फिर बदलें तस्वीर।
Dhamak
આજકાલની માનસિકતા
(હું ઘણી જગ્યાએ જોઉં છું છોકરી સુંદર હોય છે
ભણેલી ટેલેન્ટેડ હોય છે પણ માતા-પિતા એક જગ્યાએ
ચુક કરી નાખે છે એને હિસાબે તે બીજાના ઘરમાં સમાઈ શકતી નથી અને રિલેશનશિપ લાંબી ચાલી શકતી નથી)
અમે તો છોકરી છીએ,
(નાનપણથી શું કામ આવું શીખવાડવું છે?)
હક ક્યાંય નથી મળતો,
(ના પિયરમાં, ના સાસરે)
ફરજ તો દરેક જગ્યાએ જ હોય છે.
(જો ફરજ એક પણ છૂટી જાય તો
પિયર અને સાસરા — બંનેનું સાંભળવાનું.)
(દીકરીને ભણાવો અને તાલીમ એવી આપો
કે ઘરમા પણ બેલેન્સ રાખે
અને બહાર પણ 😊)
આ કોઈએ પર્સનલ લેવું નહીં આ તો માત્ર
મારા વિચાર છે જે તમારી સમક્ષ મુકું છું
કોઈને મારા શબ્દથી આહત વાત કરવા નથી માગતી
Dhamak
jighnasa solanki
🙏સામ્બ સદાશિવ 🙏
Jyoti Gupta
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Dada Bhagwan
Do you know that children will learn whatever they see in you?
Read more on: https://dbf.adalaj.org/foJ5WgQI
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शिवव्याख्याते सुहास पाटील
चल मित्रा अंधभक्त समजून घेऊ –सुहास पाटील
चल मित्रा, अंधभक्त समजून घेऊ,
नेते बोलतात, पण माणूस रडतो, पाहू.
झेंड्याखाली फोटो, भाषणात जादू,
रस्त्यावर तरुण फसतो, खोट्याचं राडू.
वचनं फेकली पावसासारखी,
लोकांच्या खिशात काही शिल्लक नाही बाकी.
जयजयकार मंचावर, भीती रस्त्यावर,
कुठे न्याय, कुठे स्वार्थाचा चष्मा?
मित्रा, चालू रंग उघड पाहू,
अंधभक्ततेच्या कुंपणातून माणूस वाचवू.
शब्द आणि विचार हाच हत्तीचा ताव,
नेतृत्त्वाच्या खेळात फसण्याची नाही आपली जागा आज
चल मित्रा, अंध भक्त समजून घेऊ
चल मित्रा, डोळे उघड, सत्य समजून घेऊ,
अंध भक्तीच्या जाळ्यात, का बांधून राहू?
नेता म्हणे, "मीच सूरज, मीच चंद्रमा,"
खरं खोटं न पडताळता, का मानतो तू तमा?
त्याच्या प्रत्येक शब्दाला, का मानतोस खरा?
चल मित्रा, विचार कर, सत्याचा शोध घरा!
हातात फोन, डोळ्यात स्वप्न, मनात भक्तीची धुंद,
खोट्या बातम्यांचा गोंधळ, सत्य कुठे गहाण?
जात, धर्म, पंथ सारे, भेद निर्माण करतात,
अंध भक्तीच्या नादात, माणूस माणसाला मारतात.
चल मित्रा, पुस्तक उघड, बुद्धीला आव्हान दे,
प्रश्न विचार, सत्य शोध, अंध भक्तीला टाळ दे.
नेता माणूसच आहे, देव नाही कोणी,
सत्याचा दीवा हाती घे, नाही रात्र थांबणी.
चल मित्रा, अंध भक्ती सोड, स्वतःला समजून घेऊ,
सत्य, प्रेम, आणि बंधुता, मनात रुजवून घेऊ.
हातात हात घालू या, एक नवं जग बनवू,
चल मित्रा, अंध भक्त समजून, सत्याचा मार्ग धरू!चल मित्रा, अंध भक्तांच्या गळ्यातील फास कापू,
डोळे फोडून, कान ठोठावून, सत्याचा तडाखा देऊ!
जातीजातीत आग लावतात, धर्माधर्मात विष ओकतात,
"हिंदू धर्म धोक्यात आहे" म्हणून, खोट्या भयाने लोकांना लुटतात,
अंध भक्त हे कुत्रे बनतात, स्वामीच्या इशाऱ्यावर भुंकतात,
चल मित्रा, हे विषारी कुत्रे हाकलू, तलवारीने कापू!
परदेशी शक्ती, संस्था सगळ्या, दंगली घडवून देश तोडतात,
सरकार पाडण्याचा घाणेरडा डाव रचतात, अंध भक्त हे गद्दार बनतात,
शिक्षण? ते काय कचरा, म्हणतात, बुद्धीला आग लावतात,
चल मित्रा, हे मूर्खांच्या डोळ्यात मिरची टाकू, शिक्षणाचा चाबूक मारू!
खोट्या बातम्या, बनावट किस्से, कानात विष ओततात,
चांगल्या माणसाला "देशद्रोही" ठरवत, परकीय पैसे घेतल्याचा थापा मारतात,
आंदोलन करणाऱ्यांना "दहशतवादी" म्हणून, गोळ्या घालतात,
शेतकरी हक्क मागतात, तरी त्यांना कुत्र्यासारखे हाकलतात!
चल मित्रा, हे खोटे मुखवटे फाडून फेकू, रक्ताळलेल्या हाताने धडा शिकवू!
अंध भक्तांच्या या घाणेरड्या जाळ्यात, देश बुडतोय, मरणार आहे,
विचारशक्ती खून करतात, सत्याला गळफास लावतात,
चल मित्रा, उठ, लढ, हे अंधकार चिरडून टाकू,
सत्य, शिक्षण, एकता घेऊन, या गद्दारांना ठोकून काढू!
अंध भक्तांना कठोर तडाखा देऊ, आक्रमकपणे, निर्दयीपणे,
चल मित्रा, हे विष उखडून फेकू, स्वतंत्र विचारांचा रक्तरंजित विजय करू!
Rahul Raaj
मैं लाख कोशिश कर लूं पर, मेरे अंदर से तू जाएगा नहीं।
मैं अच्छे से समझता हूं मगर तुझे समझ आएगा नहीं।
और सारी दुनिया की चाहत मिलाकर भी तुझे कोई चाहे,
फिर भी मेरे जितना तुझे कोई चाहेगा नहीं।।
Parmar Mayur
🙏🙏જીંદગીમાં થોડા ખોટાં, કડવા કે ખરાબ અનુભવો જ "સાચું જ્ઞાન" આપે છે.
સુખમાં ઉછરેલા સિદ્ધાર્થ ને 'કષ્ટ પીડા, દુઃખ દર્દ' બોધ આપીને "બુદ્ધ" બનાવે છે.🦚🦚
☸️બોધી દિવસ🪷
- Parmar Mayur
અશ્વિન રાઠોડ - સ્વયમભુ
શીર્ષક: ડિસેમ્બરનો ઠાઠ
વર્ષનો છેલ્લો મહિનો ને ઠંડીનો વાય છે વારો,
ગરમ કપડાં ને તાપણાનો શોખ લાગે છે ન્યારો.
ધુમ્મસની ચાદર ઓઢીને સવાર પડે છે વહેલી,
જાણે કુદરતે આખી દુનિયા બરફમાં છે મઢેલી.
ફરવા નીકળ્યા સૌ યાત્રી, છોડીને દુનિયાદારી.
ક્યાંક બરફના પહાડો તો ક્યાંક દરિયા દારી.
યાદોનું પોટલું બાંધીને ડિસેમ્બર લેશે વિદાય,
નવા વર્ષના સુરજ સંગાથે નવી આશા બંધાય.
મીઠી ઠંડીમાં મળે જ્યારે સ્નેહીજનોનો સાથ,
એટલે જ તો "સ્વયમ’ભુ"નિરાળો છે આ ડિસેમ્બરનો ઠાઠ.
અશ્વિન રાઠોડ "સ્વયમ'ભુ"
Komal Arora
यू समझ आना मुश्किल था.......
कोई अच्छा कैसे लग सकता है...........
पर किसी से मिलने के बाद पता चला कि हमारी किस्मत जिसने लिखी है......
वो बहुत सोच समझ कर सब कर रहा है.......
फिजूल ही सारी उम्र उन्हें कोसते रहे जिन्होंने हमे खुद से ज्यादा रखने का फैसला कर रखा था.........
So, if you feel stuck in rough or tough face of life. Don't lose hope always believe the flow of things which happens because God plans are always awesome than our thinking......
Radhe Radhe
SADIKOT MUFADDAL 《Mötäbhäï 》
*બે લીટી માં...*
સંબંધ સમજદાર હોવા જોઈએ,
ચતુર નહીં.🙏🏻
- SADIKOT MUFADDAL 《Mötäbhäï 》
Saliil Upadhyay
અઠવાડિયાની શરૂઆત એક હાસ્યથી
જજ : તમે શું ગુનો કર્યો છે?
ચિરાગ : વહેલું શોપિંગ કરી લીધું હતું..!
જજ : એ કોઈ ગુનો નથી..!
વહેલું એટલે કેટલું વહેલું?
ચિરાગ : દુકાન ખુલે એ પહેલાં..!
Chaitanya Joshi
પધારો હરજી મુજ આંગણિયે
અંતર આજ પોકારે રે..
છે અમારી ઉરની અરજીને,
આવો શિવજી દ્વારે રે..
લોચન ઝંખે અશ્રુ સારી,
ઉર તડપન મહદેવ ભારી.
આવો સદાશિવ શંભુશંકર,
લઈને ઉમિયાજી હારે રે..
ગાત્રો પુલકિત તમને ઝંખે,
તવવિયોગે અંતર ડંખે.
ધડકન ઉરની આશુતોષ છે
વિનવીએ વારેવારે રે....
શિવપરિવારને નોતરું દીધું,
દરશન શિવજી માગી લીધું.
કૃપા કરો હે કરુણાકારી,
છીએ તમારા આધારે રે....
નાથભોળા સદા ભયહારી
આવો કરીને વૃષભસવારી.
શોક સંતાપ સઘળા ટાળો
રોમરોમ શિવ સત્કારે રે...
ચૈતન્ય જોષી. " દીપક " પોરબંદર.
Imaran
दिल की किताब 📒में गुलाब 🌷उनका था,रात की 😴नींदों में 🌬ख्वाब उनका था, कितना प्यार 😘करते हो जब💑 हमने पूछा, मर जायेंगे तुम्हारे बिना यह जवाबउनका था
🫶 imran 🫶
સુરજબા ચૌહાણ આર્ય
😭ૐ શાંતિ પપ્પા ભગવાન તમારા
દિવ્ય આત્માને શાંતિ આપે 😭😭😭😭😭😭😭😭
kattupaya s
Good morning friends have a great day
S A Y R I K I N G
विवाह करना बड़ी बात नहीं है।
विवाह के बाद सुखी रहना बड़ी बात है क्योंकि माहौल देख के तो विवाह से भरोसा उठ गया अब
Dipika
ઘૂંઘરુ ના ઝણકારે વાત કરી નોખી,
મેં જિંદગી ને મીરાં ની સાથે પછી જોખી,
જન્મે જન્મે હું એને જાણી ને ભૂલું ને,
જન્મે જન્મે એણે મને તોય ગોખી..!!
Dr Darshita Babubhai Shah
मैं और मेरे अह्सास
अदा
अदाओं का इशारा खूब समझते हैं l
अरमान मुश्किल से ही सभलते हैं ll
महफिल में हसीन खूबसूरत परियाँ l
समाने आती है तो दिल मचलते हैं ll
"सखी"
डो. दर्शिता बाबूभाई शाह
S A Y R I K I N G
क़रीब आने पे पता चलता है इंसान का,, दूर से हर चीज़ खूबसूरत नज़र आती है।
GANESH TEWARI 'NESH' (NASH)
अशुभ कर्म से सदा ही, मिले मनुज को कष्ट। किन्तु करे शुभ कर्म को, दुख हो जाते नष्ट।।
दोहा --३४२
(नैश के दोहे से उद्धृत)
-----गणेश तिवारी 'नैश'
Parag gandhi
*'મગજ' થી ચાલતા 'સંબંધો' ક્યારેય 'આનંદ' આપી શકતા નથી,*
*કેમકે એમાં 'લાગણી' ઓછી અને 'ગણતરી' વધારે હોય છે.*
*...શુભ પ્રભાત...*
S A Y R I K I N G
कोई शहनाई से कह दो ज़रा ख़ामोश रहे शोर अच्छा नहीं लगता मुझे बारातों का
kajal jha
"जिसे अपना समझा वो ही सबसे पराया निकला,
हम जिस दिल से प्यार करते थे… वही दिल बेवफ़ा निकला।
हमने तो उसकी हर ख़ुशी को अपनी दुआ बना दी,
और उसने हमारी हर दुआ को सिर्फ़ मज़ाक समझा लिया।
वो कहता था— ‘कभी छोड़कर नहीं जाऊँगा’,
पर आज उसी की परछाई भी साथ नहीं।
हम टूटते रहे, बिखरते रहे हर रोज़ उसके लिए,
और वो किसी और की बाहों में हँसता रहा महीनों महीनों।
हमने तो हर धड़कन में उसका नाम लिख रखा था,
और उसने… किसी और की मुस्कान में अपना जहाँ ढूंढ लिया।
बेवफ़ाई का दर्द क्या होता है,
आज समझ आया—
जिसे सबसे ज्यादा चाहो,
वही सबसे पहले धोखा देता है।
अब न ग़म है, न शिकवा, न कोई सवाल,
बस इतना जान लिया कि कुछ लोग प्यार नहीं,
पसंद बदलते हैं… और रिश्ते भी।"
- kajal jha
મનોજ નાવડીયા
બધાં પોત પોતાના રસ્તાઓ પર નીકળી પડયાં,
લાગે છે બધાં સપનાંઓની પાછળ દોડી પડયાં,
ખબર નથી મંજીલની આગળ જતાં શું મળશે,
પણ છે ઘણીય ઈચ્છાઓની પાછળ દોડી પડયાં,
વેરાન બન્યાં, બન્યાં કોઈ સુકા તો કોઈ હરિત,
એકબીજાને મળ્યાં નહીને સ્મરણો દોડી પડયાં,
દોડો મંજીલને મેળવવા પણ રાખો બધાનો સાથ,
જેટલું મળે એજ સંતોષવા કોઈતો દોડી પડયાં...
મનોજ નાવડીયા
pink lotus
shashi mukhi publish ho gyi hai
Shefali
#shabdone_sarname__
#શબ્દોને_સરનામે__
#shabdone_sarname_
Soni shakya
🙏🙏सुप्रभात 🙏🙏
🌹आपका दिन मंगलमय हो 🌹
""शिव माता-पिता शिव बंधू सखा ,
🙏🌹🙏शिव चरणो मे कोटी कोटी प्रणाम 🙏🌹🙏
Dinesh
*🙏જય બાબા સ્વામી*🙏
*આજનો સુવિચાર*
લક્ષ્ય વગરની દોડ, એ ગતિ છે; જ્યારે લક્ષ્ય સાથેની દોડ, એ પ્રગતિ છે.
*શુભ સવાર*
Armin Dutia Motashaw
🙏📞🙏
A PLEA TO AHURA
Unto you I make O Mighty Mazda, a plea small n meek
For this endeavour, Your blessings, my Lord, I sincerely seek
Sums big I donate cannot, aware I am; but the sum may small be, as small as a bird's beak
Those elders who move cannot due to immense pain, when their knees creak;
May be collect I can, finance little, for this Infirmary's upkeep
Some diapers n drawsheets, so as to hold the urine, which would otherwise seep.
The sum collected from the sale of my books on Amazon, hopefully in a big heap
Besides, may every book change every reader for the better, when into my books, they peep.
Spend we so much on clothes n fashion of ours, every time we into luxuries we indulge;
With our buying-mania, we sometimes unnecessarily into over-shopping plunge
Also, can we not buy a book or two instead of a rich meal; n also prevent that big tummy bulge !
Good books help us to better people become, when into them we deeply plunge.
Armin Dutia Motashaw
સુરજબા ચૌહાણ આર્ય
જીવનનું અતિ ઉપયોગી સત્ય
જો કર્મ બગાડશો તો જીંદગી બગડી જશે અને સમય બરબાદ કરશો તો સમય તમને બરબાદ કરી નાખશે.
Vedant Kana
🦇 Hello Dear Peoples, Get ready for spine-chilling horror like never before only on Bloody Bat Horror Stories!
https://youtu.be/df37nt1XGZY
Full of mystery, suspense, and unexpected twists. Are you brave enough to watch? 😱 Stay tuned and turn on notifications so you don't miss the fear! New terrifying tales are coming soon to our Channel.
ધબકાર...
દોરી સંચાર તારા પર છે,
તું તારે કે ડુબાડે મારા ઈશ.
અંત અસ્ત બધુંજ માંગુ હું,
તું ઇચ્છે એ થાય જાણું ઈશ.
માફી માંગુ દુઃખી કર્યા એની,
કર્મફળ મળશે માનું હું ઈશ.
ધબકાર...
GIRLy Quotes
https://www.instagram.com/reel/DRjtR_sEmN9/?igsh=b2F2c3Nqb25ubzhr
GIRLy Quotes
https://www.instagram.com/reel/DRV_hHSAv4w/?igsh=MTM4NTJvZW81cDF2OQ==
Vedanta Two Agyat Agyani
“तंत्र–उपनिषद–वेद–गीता–विज्ञान का पंचामृत”
— यही है वेदांत 2.0 का सार।
संक्षेप में, पर स्पष्ट रूप से—
तंत्र देता है ऊर्जा का विज्ञान — शरीर, कामना, प्राण को दबाता नहीं, रूपांतरित करता है।
उपनिषद देते हैं अनुभव का सत्य — गुरु नहीं, प्रश्न; सिद्धांत नहीं, साक्षात्कार।
वेद देते हैं अस्तित्व का स्वर — प्रकृति, ऋत, और ब्रह्मांडीय क्रम की समझ।
गीता देती है जीवन-प्रयोग — कर्म में बंधन नहीं, प्रतिक्रिया में बंधन।
विज्ञान देता है जांच की ईमानदारी — अंधविश्वास नहीं, परीक्षण और प्रमाण।
इन पाँचों का पंचामृत यानी—
न पूजा, न पलायन, न उपदेश
बल्कि जीवन को जैसे का तैसा समझने और जीने की कला।
वेदांत 2.0 कहता है:
ईश्वर मानने की वस्तु नहीं,
आत्मा सिद्ध करने की चीज़ नहीं,
मोक्ष भविष्य नहीं—
होश में जिया गया यह क्षण ही वेदांत है।
Ajit
હતો એક તો ભર શિયાળો ને એમણે
દિલની બહાર કાઢી મૂક્યા......
આ દિલમાં એ જ તો રહે છે જો બંધ
થઈ જશે તો શું થશે એમનું એ
મૂંઝવણમાં મૂક્યા......
જિંદગી ની "યાદ '
GIRLy Quotes
https://www.instagram.com/reel/DRmJ0oKgXAQ/?igsh=MWtvOWEyaml6Z2dyOQ==
Nisha ankahi
वो पूछता है "कितना चाहती हो?"
मैं कहती हूँ ..
"प्यार कम है, फिक्र ज़्यादा है…"
- Nisha ankahi
Vedanta Two Agyat Agyani
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<title>✧ जीवन का दिव्य सूत्र — Vedānta 2.0 ✧</title>
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<h1>✧ जीवन का दिव्य सूत्र — Vedānta 2.0 ✧</h1>
<div class="subtitle">© 🙏🌸 — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲</div>
<p>
मनुष्य से बार-बार कहा जाता है —
<strong>“आत्मिक बनो, कर्तव्य श्रेष्ठ बनाओ, करुणा, प्रेम, दया और शांति को अपनाओ।”</strong>
पर सत्य यह है कि ये मूल तत्त्व <strong>बुद्धि के क्षेत्र के नहीं हैं।</strong>
</p>
<p>
बुद्धि ज्ञान, विज्ञान, तकनीक, राजनीति और व्यापार जैसी सारी बाह्य आवश्यकताओं की पूर्ति करती है —
पर <strong>जीवन नहीं देती।</strong>
</p>
<p>
जब मनुष्य जीवन को केवल ज़रूरत, विकास, राजनीति या व्यापार का बहाव मान लेता है,
तब वह <strong>दिव्यता का अनुभव खो देता है।</strong>
</p>
<hr class="section-divider" />
<h2>✧ जीवन का सूत्र ✧</h2>
<p>
वास्तविक जीवन-बोध तब होता है जब मनुष्य <strong>बुद्धि के द्वार को पार करके हृदय में ठहरता है।</strong>
</p>
<p>ज़रूरतों के पार जाना — यही जीवन का मूल सूत्र है।</p>
<p>
भोजन, पूजा, साधना, भक्ति — यदि ये सब केवल बुद्धि-प्रधान कर्म हैं
तो उनसे भीतर का धर्म, आत्मा या परम तत्त्व प्रकट नहीं होता।
</p>
<p>
कर्मकांड बुद्धि में खड़े होकर किए गए कार्य हैं।
पर जीवन का विज्ञान — <strong>हृदय में है, आत्मा के केंद्र में है।</strong>
</p>
<h2>✧ बुद्धि और हृदय का अंतर ✧</h2>
<p>
पूरा जगत बुद्धि पर खड़ा है। विज्ञान बुद्धि का सेवक है — जोड़ना, घटाना, नापना, नियंत्रित करना।
</p>
<p>
पर आत्मा, परमेश्वर, परम तत्त्व — <strong>इनका निवास हृदय है।</strong>
वहाँ कोई गणना नहीं चलती
Vedanta Two Agyat Agyani
✧ जीवन का दिव्य सूत्र — Vedānta 2.0 ✧
© 🙏🌸 — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲
मनुष्य से बार-बार कहा जाता है—
“आत्मिक बनो, कर्तव्य श्रेष्ठ बनाओ,
करुणा, प्रेम, दया और शांति को अपनाओ।”
पर सत्य यह है कि
ये मूल तत्त्व बुद्धि के क्षेत्र के नहीं हैं।
बुद्धि ज्ञान, विज्ञान, तकनीक, राजनीति और व्यापार जैसी
सारी बाह्य आवश्यकताओं की पूर्ति करती है—
पर जीवन नहीं देती।
जब मनुष्य जीवन को केवल
ज़रूरत, विकास, राजनीति या व्यापार का बहाव मान लेता है,
तब वह दिव्यता का अनुभव खो देता है।
✧ जीवन का सूत्र ✧
वास्तविक जीवन-बोध तब होता है
जब मनुष्य बुद्धि के द्वार को पार करके हृदय में ठहरता है।
ज़रूरतों के पार जाना—
यही जीवन का मूल सूत्र है।
भोजन, पूजा, साधना, भक्ति—
यदि ये सब केवल बुद्धि-प्रधान कर्म हैं
तो उनसे भीतर का धर्म, आत्मा या परम तत्त्व प्रकट नहीं होता।
कर्मकांड बुद्धि में खड़े होकर किए गए कार्य हैं।
पर जीवन का विज्ञान—
हृदय में है, आत्मा के केंद्र में है।
✧ बुद्धि और हृदय का अंतर ✧
पूरा जगत बुद्धि पर खड़ा है।
विज्ञान बुद्धि का सेवक है—
जोड़ना, घटाना, नापना, नियंत्रित करना।
पर आत्मा, परमेश्वर, परम तत्त्व—
इनका निवास हृदय है।
वहाँ कोई गणना नहीं चलती,
कोई यंत्र काम नहीं करता।
✧ पुरुष, स्त्री और ऊर्जा का रहस्य ✧
जब पुरुष श्री को देखता है—
स्त्री को, प्रकृति को, ऊर्जा को—
तो उसके भीतर गृह, प्रेम और अस्तित्व की आकांक्षा जागती है।
उसकी दृष्टि हृदय और स्तन-केंद्र पर टिकती है—
क्योंकि वह जीवन की ऊर्जा चाहता है।
मानव शरीर के
पाँच केंद्र,
पाँच कर्मेन्द्रियाँ,
पाँच इन्द्रियाँ—
सब एक गहरी लय में संचालित हैं।
✧ ऊर्जा कहाँ है? ✧
बुद्धि सबसे अधिक जड़ स्थान है।
ऊर्जा चाहिए—
तो नीचे उतरना पड़ेगा, मूलाधार में।
वहीं से शुद्ध जीवन,
शक्ति,
स्वास्थ्य
निरंतर प्रवाहित होते हैं।
यदि केवल बुद्धि में जीना है—
तो मशीन की तरह
बाहरी जगत को नियंत्रित करने का
असंभव प्रयास करते रहो।
यदि हृदय में ठहरना है—
तो जीवन को समझ सकोगे
और बुद्धि को सही दिशा दे सकोगे।
✧ काम, प्रेम और चैतन्य ✧
तुला हृदय में खड़ी है।
जब वहाँ से दृष्टि मूलाधार की ओर जाती है—
तो ऊर्ध्वगमन,
चैतन्य,
और प्रेम जागता है।
जब केवल बुद्धि-तल पर खड़े रहते हैं—
तो कामना बाहर ही बहती है,
और जीवन जड़ रह जाता है।
हृदय में आने पर—
आत्मबोध,
सौंदर्य,
प्रेम,
और स्त्रीत्व के साथ
गहन संबंध स्थापित होता है।
✧ सभ्यता की भूल ✧
पुरुष हृदय में असफल रहा,
इसलिए उसने स्त्री को बुद्धि-तल पर ला खड़ा किया।
जबकि स्त्री का सत्य अनुभव
हृदय, आत्मा और ऊर्जा में है—
गणना और तुलना में नहीं।
बुद्धि केवल
गणना,
स्पर्धा,
तुलना करती है।
हृदय में न उच्च-नीच है,
न प्रतिस्पर्धा—
वहाँ सृजन, रचनात्मकता और अस्तित्व से साक्षात्कार है।
✧ निष्कर्ष · Vedānta 2.0 ✧
यही जीवन का मौलिक सत्य है—
हृदय में उतरना,
बुद्धि का द्वार पार करना—
ताकि जीवन की वास्तविक संपदा
और दिव्यता को जाना जा सके।
Vedanta Two Agyat Agyani
Vedānta 2.0 कोई नया धर्म नहीं, बल्कि वेदान्त का शुद्ध बोध है।
यह विधि, उपासना, प्रदर्शन और विश्वास–आधारित साधना से मुक्त दर्शन है।
वेदान्त 2.0 कहता है कि जीवन से अलग कोई साधना नहीं होती —
जीवन स्वयं साधना है।
होश, विवेक और संवेदना के साथ जीया गया प्रत्येक क्षण ध्यान है।
कर्म बंधन नहीं, प्रतिक्रिया बंधन है।
सेवा पुण्य नहीं, जीवन का संतुलन है।
शब्द जहाँ समाप्त होते हैं, वहीं वेदान्त पूर्ण होता है।
Vedanta Two Agyat Agyani
Vedānta 2.0 कोई नया धर्म नहीं, बल्कि वेदान्त का शुद्ध बोध है।
यह विधि, उपासना, प्रदर्शन और विश्वास–आधारित साधना से मुक्त दर्शन है।
वेदान्त 2.0 कहता है कि जीवन से अलग कोई साधना नहीं होती —
जीवन स्वयं साधना है।
होश, विवेक और संवेदना के साथ जीया गया प्रत्येक क्षण ध्यान है।
कर्म बंधन नहीं, प्रतिक्रिया बंधन है।
सेवा पुण्य नहीं, जीवन का संतुलन है।
शब्द जहाँ समाप्त होते हैं, वहीं वेदान्त पूर्ण होता है।
- Vedanta Two Agyat Agyani
mahendr Kachariya
कैसे समझाऊं इस दिल को .. जो हर पल बस तुमसे बात करने की जिद करता है😊❤️
Bhavna Bhatt
દરજી કહે બેઠો છે...
mahendr Kachariya
I am not perfect, but
I'll do my best to always keep you happy ❤️❤️
Narendra Parmar
गज़ब का इश्क़ है मेरा
तुम भुल गई हों मुझे
और हम याद करते हैं तूझे ।।
नरेन्द्र परमार " तन्हा "
Shivraj Bhokare
लाखात एक वाक्य...
जे घडलय ते सोड.....जे घडवायचं आहे....
त्यासाठी लढ...
Sudhir Srivastava
किनारा
*******
किनारा करने की वजह का मूल्यांकन जरुरी है,
या किनारा करने की सिर्फ मजबूरी है,
जो भी है, आजकल रिश्तों में बढ़ रही दूरी है।
अपने अपनों से किनारा कर रहे हैं,
बेवजह के आरोप लगा खुद को सही बता रहे हैं,
पर कौन समझाए हमारी सोच को?
जो हम अपने माता-पिता से भी किनारा कर रहे हैं,
अपनों को ही अपना दुश्मन मान लें रहे हैं।
रिश्तों में औपचारिकताओं का बोलबाला बढ़ रहा है,
और तो और मानव मशीन बनता जा रहा है,
अपने और अपनों की बात तो छोड़िए
वो तो अपने आप से भी किनारा कर रहा है।
संवेदनाओं को ढकेल कर किनारे कर रहा है,
प्रतिस्पर्धा में अपने हित और भविष्य को भी
ताक पर रखने को आतुर हो रहा है,
आधुनिकता के इस दौर में मानव
तकनीक की मशीन बनने की ओर स्वयं ही बढ़ रहा है।
मानव ही मानव को दफन कर रहा है
परिवार समाज से किनारा कर रहा है,
इस चक्कर में उल्टे सीधे तर्क दे रहा है
अपने आपमें से ही उलझता जा रहा है,
ऐसा लगता है कि बुद्धि विवेक से हीन हो रहा है।
सुधीर श्रीवास्तव
kattupaya s
அன்பு நண்பர்கள் அனைவரும் என்னுடைய புதிய நாவல் யாதுமற்ற பெருவெளி பற்றிய உங்கள் விமர்சனங்களை அளிக்கும் படி தாழ்மையுடன் கேட்டு கொள்கிறேன். இரவு வணக்கம்
Kuldeep Singh
kuldip Singh ✍️
kattupaya s
Dear friends please support me by your valuable reviews for my novels. it will help other readers to understand the content in a healthy way. Thanks for all your support
kattupaya s
Goodnight friends sweet dreams
ભૂપેન પટેલ અજ્ઞાત
मैं पूरा नहीं, पर अधूरा तो हूं,
मुझे सब कुछ आता नहीं ,
पर कुछ तो सिखा हुआ हूं ।
मैं बेहतर तो नहीं हूं,
पर जितना भी हूं,
उसको बेहतर तराशता हूं।
- ભૂપેન પટેલ અજ્ઞાત
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